‘बापू निर्दोष हैं. उन्हें सोनिया और राहुल के विरोध की सजा भुगतनी पड़ रही है. अगर वह दोषी पाए गए तो मैं खुद उन्हें सजा दूंगीं.’

-उमा भारती, वरिष्ठ भाजपा नेता

‘घटना की निष्पक्ष जांच की जाएगी. दोषी कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा.’

-अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री, राजस्थान

ओसामा से भी खतरनाक है आसाराम

जोधपुर के पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ ने बताया कि शुरुआती जांच से साफ हैकि आसाराम घटना के दिन यानी 15 अगस्त को जोधपुर आश्रम में ही मौजूद थे. उनके शिष्यों की तलाश में पुलिस ने मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित आश्रम पर छापा मारा पर वे नहीं मिले. बताया जा रहा है कि आसाराम अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मामले में जांच की जिम्मेदारी पुलिस कमिश्नर को सौंपी है. उन्होंने जोर देकर कहा कि दोषी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा. दूसरी तरफ, उमा भारती का कहना है कि ‘बापू निर्दोष हैं. उन्हें सोनिया और राहुल गांधी का विरोध करने की सजा भुगतनी पड़ रही है. कांग्रेस शासित राज्यों में उन पर झूठा मुकदमा दर्ज किया गया. संत समाज उनके साथ है. अगर वह दोषी पाए गए तो मैं खुद उन्हें सजा दूंगी.’ जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान जैन संत तरुण सागर महाराज ने आसाराम को आतंकी ओसामा बिन लादेन से भी खतरनाक बताया. उन्होंने कहा कि लादेन ने लोगों की हत्या की थी पर आसाराम ने भक्तों के विश्वास की हत्या की.  

भगवान बताकर परिवार को भस्म करने की दी धमकी

जोधपुर पुलिस के मुताबिक आसाराम ने पीडि़त लडक़ी को धमकाया था कि वह भगवान हैं और अगर उसने किसी को दुष्कर्म के बारे में बताया तो वह उसे परिवार समेत भस्म कर देंगे. गौरतलब कि संत पर गैर जमानती धाराएं लगी हैं. पुलिस ने पॉक्सो एक्ट में भी केस दर्ज किया है. इस कानून में पीडि़ता के बयान ही सबसे अहम माने जाते हैं. मालूम हो कि 74 साल के आसाराम और उनके तीन शिष्यों पर नाबालिग छात्रा ने दिल्ली में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है. दिल्ली पुलिस ने मामला जोधपुर स्थानांतरित कर दिया. पीडि़ता आसाराम के छिंदवाड़ा स्थित आश्रम में 12वीं कक्षा में पढ़ती है. मूलरूप से वह उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली है. उसके परिजन पिछले दस सालों से आसाराम के अनुयायी थे.

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