इंवेस्टिगेशन के बाद सामने आई हकीकत

सीएम विजय बहुगुणा ने कहा कि बाबा रामदेव उत्तराखंड में पतंजलि के नाम का दुरुपयोग कर रहे थे. डीएम हरिद्वार ने इसकी जांच के बाद मुकदमे दर्ज करने की कार्यवाही की है.वहीं इन मामलों में संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ भी सरकार कार्यवाही करेगी. वेडनसडे को मीडिया से बातचीत में सीएम विजय बहुगुणा कहा कि हरिद्वार के डीएम को पतंजलि योगपीठ की जमीनों के खरीदने, इनके इस्तेमाल व कब्जों को लेकर कंप्लेंस मिली थी. इंवेस्टिगेशन के बाद हकीकत सामने आई है. जमीनों को जिन कारणों के लिए बताते हुए खरीदा गया, वह इसके उलट था. इसको देखते हुए केस दर्ज करने के अलावा उचित कार्यवाही के निर्देश दिए हैं. सीएम के अनुसार हरिद्वार के डीएम ने बताया है कि पतंजलि ने कई और मामलों में भी नियमों को ताक पर रखा है. सप्ताह भर के भीतर उनमें में केस दर्ज किए जाएंगे.

इन मामलों में हुआ केस दर्ज

-सांतरशाह और औरंगाबाद ग्रामसभा की 7.766 एकड़ भूमि पर नाजायज इनक्रोचमेंट.

-कब्जे में होने वाली कई जमीनें बेनामी.

-पतंजलि युनिवर्सिटी के नाम खरीदी गई 387.5 एकड़ लैंड में केवल 20 एकड़ में ही युनिवर्सिटी.

-बाकी खाली भूमि होने पर होगा अधिग्रहण.

-मुस्तफाबाद में पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क के नाम पर सरकार से बिना अनुमति के खरीदी गई जमीन. ये लैंड सरकार में निहित होगी.

-मुस्तफाबाद में ही आयुर्वेदिक मेडिसीन बनाने व रिसर्च के लिए 141.17 एकड़ जमीन खरीदने की अनुमति, जबकि इसका यूज पतंजलि के आटा, तेल, जूस, शहद, साबुन बनाने में किया जा रहा था.

-दस करोड़ रुपए की स्टांप ड्यूटी के 52 मामलों का भी खुलासा.

कोड

हमें शासन-प्रशासन की ओर से अभी तक कोई अधिकृत जानकारी नहीं मिली है. मीडिया के जरिए ही ये जानकारी प्राप्त हो रही है. कालेधन व भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन शुरू होने के बाद से ऐसा जारी है. हम सरकारी जानकारी और सूचना का इंतजार कर रहे हैं, इसके बाद ही अधिकारिक तौर पर कोर्ट में जवाब दिया जाएगा. भारतीय न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है. राष्ट्र रक्षा को लेकर चलाया जा रहा स्वामी जी आंदोलन अनवरत् जारी रहेगा.

-आचार्य बालकृष्ण, महामंत्री पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट व बाबा रामदेव के सहयोगी.