मौसम वैज्ञानिक बोले, तापमान गिरने से बढ़ेगा स्मॉग का खतरा

स्मॉग के कारण अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की भीड़

Meerut । आने वाले दिनों में स्मॉग का खतरा और बढ़ेगा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले दिनों में जैसे-जैसे तापमान में गिरावट आएगी। स्मॉग और ज्यादा बढ़ता जाएगा। मौसम वैज्ञानिक उदय प्रताप शाही ने बताया कि शुक्रवार को अधिकतम तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अब आने वाले दिनों में तापमान गिरेगा, जिससे सर्दी और बढ़ेगी। इस कारण आगामी तीन चार दिनों में स्मॉग और बढ़ने की आशंका है। शुक्रवार को भी सुबह आसमान में धुंध छाई रही।

अस्पतालों में बढ़ी भीड़

डेंगू, स्वाइन फ्लू के बाद स्मॉग ने भी शहरवासियों की सेहत बिगाड़नी शुरू कर दी है। स्कूल कॉलेजों में इसके मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया गया है तो वहीं शहर के अस्पतालों में मरीजों की भी कतार बढ़ रही है।

एलर्जी और दमे के मरीज परेशान

डॉक्टर्स की मानें तो स्मॉग से सबसे ज्यादा खतरा मौसमी एलर्जी, दमे या सांस के मरीजों को है। सिर्फ कुछ सावधानियां बरतकर स्मॉग से सुरक्षित रहा जा सकता है। इस मौसम में सांस के मरीजों की परेशानी बढ़ती है। स्मॉग के कारण सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है।

मॉस्क और चश्मा जरुरी

चिकित्सकों के अनुसार स्मॉग से बचने के लिए सबसे जरुरी है एंटी पॉल्यूशन मॉस्क और आंख पर चश्मा। घर से बाहर निकलने के बाद मास्क का प्रयोग कर स्मॉग के नुकसान से काफी हद तक बचा जा सकता हैं वहीं यह स्मॉग आंखों को नुकसान ना पहुंचाए इसके लिए चश्मा बहुत जरुरी है।

10 गुना बढ़ी मास्क की डिमांड

स्मॉग के कारण मार्केट में मास्क की डिमांड भी बढ़ गई है। खैरनगर बाजार में स्मॉग से पहले रोजाना करीब 400 से 500 मास्क की प्रतिदिन बिक्री होती थी जो कि अब बढ़कर 4 से 5 हजार पीस प्रतिदिन तक पहुंच गई है। होलसेल बाजार में रोजाना यह मांग बढ़ रही है।

सिंगल यूज और फिल्टर मॉस्क की डिमांड

स्मॉग के चलते बाजार में तीन तरह के मास्क बिक रहे हैं। इसमें सिंगल यूज मास्क सस्ता होने के कारण अधिक बिक रहा है। हरे रंग के इस मास्क की कीमत 2 से 5 रुपए तक है। लेकिन यह केवल एक बार प्रयोग किया जा सकता है। इसके बाद फिल्टर लगा हुआ ब्लैक मॉस्क सबसे अधिक डिमांड में है। इस मास्क की कीमत 60 से 70 रुपए है, लेकिन इसको वॉश करके बार बार यूज किया जा सकता है। इसके बाद सबसे महंगा एन 1 एच 1 मॉस्क 100 रुपए तक बाजार में बिक रहा है। इसको स्वाइन फ्लू में अधिक प्रयोग किया जाता है लेकिन स्मॉग के खतरे को देखते हुए इसकी भी डिमांड तेजी से बढ़ रही है।

वर्जन-

स्मॉग का खतरा केवल उन मरीजों को अधिक है जो पहले से ही सांस, दमा या एलर्जी से ग्रस्त है। उनका घर से बाहर निकलते समय सावधानी रखनी जरुरी है। मॉस्क पहने, आंख पर चश्मा पहने अपने घर के आसपास पानी का छिड़काव करें यह जरुरी है।

- डा विश्वजीत बैंबी, सीनियर फिजीशियन

स्मॉग के कारण मॉस्क के होल सेल मार्केट में काफी तेजी से उछाल आया है और यह लगातार बढ़ रहा है। बाजार में कई तरह के मास्क उपलब्ध हैं स्टॉक को बढ़ा दिया गया है। करीब 5 हजार से अधिक मॉस्क रोजाना बिक रहे हैं।

- मनोज शर्मा, कोषाध्यक्ष खैरनगर दवा मार्केट

ये है लक्षण

- अचानक नाक में जलन महसूस होना, छींक आना, पानी आना, नजला हो जाना या एकदम से घुटन सी महसूस होना

- आंख में जलन या लालामी आ जाना, सिरदर्द महसूस होना