-31 जुलाई 2016 से खाली है निदेशक का पद

-चंदा जुटाकर मनाया गया आजादी का जश्न

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PATNA : एक ओर सूबे के मुखिया नीतीश कुमार बिहार संग्रहालय को विश्व प्रसिद्ध संग्रहालय बनाने को सोच रहे हैं और दूसरी ओर राज्य के ख्फ् संग्रहालय कभी भी बंद हो सकते हैं। यह कला संस्कृति विभाग की उदासीनता ही है कि संग्रहालय निदेशालय और उसके अंतर्गत राज्य के सभी संग्रहालय का भविष्य संकट में है। क्योंकि संग्रहालय निदेशालय के निदेशक का पद फ्क् जुलाई ख्0क्म् को तत्कालीन निदेशक के रिटायर्ड होने के बाद से खाली है। इसके बाद भी सरकार द्वारा अभी तक किसी अधिकारी को निदेशक नहीं बनाया गया है। पूर्व निदेशक जेपीएन सिंह के पास पटना संग्रहालय के निदेशक पद के अलावा जननायक कर्पूरी ठाकुर संग्रहालय, सूरज नारायण सिंह स्मृति संग्रहालय, बेगूसराय संग्रहालय, नवादा संग्रहालय, बिहार शरीफ संग्रहालय का भी दायित्व था।

संविदा कर्मियों का वेतन बंद

संग्रहालय निदेशालय के निदेशक और संग्रहालयों के अध्यक्ष पद खाली होने के बाद राज्य सरकार द्वारा संग्रहालयों में किसी भी प्रकार का खर्च करने का दायित्व किसी अन्य अधिकारियों को नहीं दिया गया। जिस वजह से संग्रहालय के संविदा कर्मियों का वेतन बंद है।

शिकायत के बाद भी सुध नहीं

दूसरी तरफ पटना संग्रहालय में चतुर्थ

वर्गीय कर्मियों के अभाव में संग्रहालय के कई गैलरी बंद हैं। कला प्रेमी इसके लिए संबंधित अधिकारियों से शिकायत भी कर चुके हैं लेकिन अभी तक कोई सुध नहीं ली गई है।

तृतीय वर्गीय कर्मियों के हवाले

जानकारों की मानें तो जेपीएन सिंह के रिटायर्ड होने के बाद पटना संग्रहालय दिशाहीन हो गया है। हालत यह है कि संग्रहालय प्रभारी तृतीय वर्गीय कर्मी हैं। जबकि उप प्रभारी द्वितीय वर्ग के कर्मी हैं। एक ओर क्भ् अगस्त को पूरे देश में लोग आजादी की वर्षगांठ पर झूम रहे थे। वहीं पैसे की कमी में पटना संग्रहालय के कर्मी लोगों का मुंह मीठा कराने के लिए चंदा जमा कर रहे थे। संग्रहालय के एक कर्मी ने बताया कि अभी जो अध्यक्ष के पद में प्रभार में हैं उन्हें राशि निकालने का अधिकार ही नहीं है। नतीजतन दो महीने से हमलोगों को वेतन ही नही मिला है। हालत यह थी कि आजादी का जश्न मनाने के लिए चंदा मांगना पड़ा।

संग्रहालय निदेशालय के निदेशक पद के लिए फाइल भेज दी गई है। जल्द किसी अधिकारी को प्रभार सौंपा जाएगा। कर्मियों की भर्ती संविदा के आधार पर की जाएगी।

- चैतन्य प्रसाद, प्रधान सचिव, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार