-निगम के इमरजेंसी फंड में होगा 5 करोड़ रुपए

PATNA: पटना शहर डेवलपमेंट पर वर्ष 2020-21 में 3863.57 करोड़ रुपए नगर निगम में आय होगी और 3744.46 खर्च किए जाएंगे। ये आंकड़े शनिवार को होटल मौर्या में आयोजित निगम बोर्ड की बजट बैठक में पेश किए गए। दरअसल, कोरोना के बचाव के लिए एहतियात के तौर पर आधे घंटे में बजट पास करने का दावा करने वाले नगर निगम अफसरों को 3 घंटे लग गए। जब कोरोना को लेकर किसी भी तरह की गेदरिंग पर रोक है इस बीच बजट बैठक को लेकर नगर निगम के पार्षदों में पहले से आक्रोश था वह आक्रोश बजट पेश करने के साथ ही और ज्यादा बढ़ गया। बजट में जलजमाव का दर्द झेलने वाले राजेन्द्र नगर और कंकड़बाग के लिए कोई योजना नहीं शामिल होने के कारण पार्षद विरोध करने लगे। जिसे बाद में नगर आयुक्त द्वारा समझा कर शांत कराया गया। निगम की बजट में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, हाउसिंग स्कीम, कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स, कम्यूनिटी हॉल, कॉलोनी स्मार्ट रोड और ड्रेनेज की योजना को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही नाला सफाई समेत 10 एजेंडों पर मुहर लगी। बोर्ड की बैठक में पास होने के बाद कई योजनाएं नगर विकास विभाग के पास मंजूरी के लिए गई है। मंजूरी मिल जाने के बाद राजस्व में बढ़ोत्तरी होगी।

65 पार्षदों के बीच बजट पास

नगर निगम की बोर्ड की विशेष बैठक में 75 में से 65 पार्षद मौजूद रहे। 10 पार्षद गायब रहे। वहीं दीघा विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजीव चौरसिया, बांकीपुर के नीतिन नवीन और कुम्हरार के विधायक अरुण सिन्हा मौजूद रहे। बजट के बाद विधायक संजीव चौरसिया ने जहां माइक्रो प्लान बनाने और जलजमाव के लिए सबसे प्रभावित इलाके में निपटारे की योजना पर चर्चा की। वहीं नीतिन नवीन ने पटना में जलापूर्ति की समस्या दूर करने के लिए टेक्निकल टीम तैयार करने की बात कही। उन्होंनेकहा कि इसके लिए अंचल स्तर पर बैठक हो। जबकि विधायक अरुण सिन्हा ने टेंडर हो चुकी योजनाओं के लिए राशि की समस्या पहले दूर करने और योजनाओं की मॉनिटरिंग करने की बात कही।

इन्होंने किया हंगामा

बजट पास होने के साथ ही पार्षदों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। पार्षद विनय कुमार ने बजट को मेयर की खामी और ढकोसला बताया। तरुणा राय ने मॉड्यूलर टॉयलेट पर खर्च करने और पुराने टॉयलेट में ताला लटकने के मुद्दे को उठाया।

मांगे नहीं मानी तो इस्तीफा

वार्ड 34 के पार्षद कुमार संजीत ने मेयर से शिकायत करते हुए कहा कि जलजमाव होने के बाद भी राजेन्द्र नगर और कंकड़बाग इलाके से भेदभाव किया जा रहा है। इलाके के डेवलपमेंट की योजना बजट में नहीं है।