- बिहार सरकार की सराहना करते हुए देश भर में शराबबंदी लागू करने की वकालत की

PATNA: शराबबंदी कानून पूरे देश में लागू करने की जरूरत है। नशे के साथ ही देश से क्लिनिकल स्टेब्लिस्टमेंट एक्ट को भी समाप्त करने की जरूरत है। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगडि़या ने बिहार में शराबबंदी के नीतीश कुमार के फैसले की सराहना की। वे रविवार को इंडिया हेल्थ लाइन सेंटर की ओर से आयोजित हेल्थ अंबेसडर ट्रेनिंग कैंप के दौरान मीडिया से बात कर रहे थे। तोगडि़या ने बिहार में शराबबंदी के नीतीश कुमार के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि दो चीजें देश में प्रमुखता से करने की दरकार है। पहली नशामुक्ति को देश भर में लागू किया जाए और क्लिनिकल स्टेब्लिस्टमेंट एक्ट को देश हित में वापस लिया जाए।

हर वर्ष चौदह लाख करोड़ रुपए खर्च

तोगडि़या ने कहा कि आज ब्0 करोड़ करोड़ भारतीय किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हैं। जिनके इलाज पर हर वर्ष करीब चौदह लाख करोड़ रुपए खर्च होते हैं। सत्तर साल में स्वस्थ लोगों का यह देश बीमार हो गया है। उन्होंने कहा कि विडम्बना यह है कि बीमार लोगों में से अधिकांश को यह नहीं पता कि उन्हें बीमारी क्या है। ऐसे लोगों को जागरूक करने के लिए दो साल पहले इंडिया हेल्थ लाइन सेंटर की शुरुआत की। सेंटर के जरिए देश के शिक्षित युवाओं को ट्रेनिंग देकर मेडिकल जांच किट मुहैया कराई जाती है। जिसके जरिए वे नि:शुल्क मरीजों के स्वास्थ्य की जांच करते हैं। विहिप नेता ने कहा कि पूरे देश में अब तक विभिन्न राज्यों में फ्भ् से अधिक ट्रेनिंग कैंप लगाकर युवाओं को ट्रेंड किया गया है।

तो 7भ् करोड़ लोग हो जाएंगे बीमार

रविवार को पटना में ट्रेनिंग कैंप लगाया गया। अपने अभियान के बारे में तोगडि़या ने बताया कि यदि बीमारी का पता लगाने के लिए अभी से प्रयास नहीं शुरू किया गया तो कुछ वर्षो में बीमार लोगों की संख्या 7भ् करोड़ तक पहुंच जाएगी। ट्रेनिंग कैंप के जरिए तैनात ब्रांड अंबेसडर एक फोन कॉल पर लोगों के नि:शुल्क जांच के लिए उनके घर तक जाएंगे। साथ ही प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डाक्टरों से आग्रह किया जा रहा है कि वे सप्ताह में एक दिन एक बीमार व्यक्ति का मुफ्त इलाज करें। अब तक पन्द्रह हजार डॉक्टर मिशन के साथ जुड़े हैं। पीसी में पटना एम्स के निदेशक डॉ। जीके सिंह, पद्मश्री डॉ। आरएन सिंह, डॉ। सहजानंद सिंह, डॉ। पवन अग्रवाल आदि मौजूद थे।