पटना (ब्यूरो)। पटना के शहरी क्षेत्र में ट्रांसफॉर्मर के नीचे कई दुकानें सज रही हैं। आए दिन पोल और ट्रांसफॉर्मर में स्पार्क से लग आग रही है। मार्केट में एक लाइन से बिजली के ट्रांसफॉर्मर के नीचे दुकाने लग रही हैं। प्रचंड गर्मी में ट्रांसफॉर्मर में कई बार स्पार्क होता है। लेकिन दुकानदार अपने दुकान पर बैठे रहते हैं। पेट के लिए जान हथेली पर लेकर दुकानदार व्यापार कर रहे हैं। खासकर फुटपाथ दुकानदार खतरों से खेल कर कारोबार कर रहे हैं। इस भीषण गर्मी में शहर में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं। ज्यादातर यह घटना शार्ट सर्किट से ही हो रही है, जिसकी वजह करंट होती है.बिजली के उपकरण, तार और दूसरे सामान आग लगने के बड़े कारण बन रहे हैं। ऐसे ही ज्वलनशील पदार्थ के नीचे दुकानदार अपनी दुकान सजा रहे हैं। कई बार ट्रांसफॉर्मर के नीचे दुकान सजी होती है और ऊपर स्पार्क हो रहा होता है। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

नगर निगम आदेश का नहीं हो रहा पालन
बढ़ती आगलगी की घटनाओं को देखते हुए निगम की ओर से ट्रांसफॉर्मर के नीचे बैठकर दुकान लगाने वालों को बीच-बीच में जगह खाली करने को कहा जाता है। लेकिन दुकानदारों ने इसे अनसुना कर देते है। नगर निगम की तरफ से कोई सख्ती नहीं की जाती है। सिर्फ खानापूर्ति की जाती है।

डेंजर जोन में होती है दुकानदारी
दुकानदार अब भी डेंजर जोन में बैठ कर ही दुकानदारी कर रहे हैं। ऐसे में दुकानदारों के साथ-साथ ग्राहकों की जान को भी खतरा है। कुछ जगहों पर तस्वीर काफी डरावनी है। ट्रांसफॉर्मर के ठीक नीचे कपड़ा, जूता और सब्जी, फल, फास्ट फूड की दुकानें सजी हैं। यहां स्पार्क होने पर पूरे मार्केट में आग फैल जाएगी। सिटी के भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रांसफॉर्मर के नीचे दुकानें सज रही हैं।

हर इलाके में ऐसी ही तस्वीर
राजधानी पटना में कहीं भी व्यवस्थित ढंग से दुकानें नहीं हैं। कुछ महिने पहले कुछ वेंडिंग जोन तैयार किए गए हैं। लेकिन महज चार वेंडिंग जोन बनने से बीस हजार दुकानदारों को बसाना संभव नहीं है, फुटपाथ दुकानदार जहां-तहां बैठकर दुकान सजा देते हैं। वे ये भी नहीं देखते हैं कि ऊपर से जानलेवा बिजली का ट्रांसफॉर्मर है या फिर बिजली के तार गुजरे हुए हैं, जिससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है। हैरानी की बात तो यह है कि दुकानदारों को ऐसा करने से कोई रोकता भी नहीं है। न नगर निगम और न ही बिजली विभाग को कोई परवाह है। शहर के बोरिग रोड, केनाल रोड, बेली रोड, आशियाना दीघा रोड, राजा बाजार, राजापुल, फूलवारीसरिफ रोड, कंकड़बाग, भूतनाथ रोड, राजेन्द्र नगर, बाजार समिति रोड, अशोक राज पथ, न्यू मार्केट रोड, पटना जंक्शन एरिया, गांधी मैदान कुर्जी दानापुर रोड, आदि इलाकों में ऐसी सैकड़ों दुकानें हैं जो ट्रांसफॉर्मर के नीचे सज रही हैं।


कई बार हो चुकी है अगलगी की घटनाएं
राजा बाजार, बोरिंग केनाल रोड, बेली रोड, राजापुल, फूलवारीसरिफ रोड, कंकड़बाग, भूतनाथ रोड, बाजार समिति रोड, अशोक राज पथ, न्यू मार्केट रोड बाजार एरिया में दुकान लगाने वालों की भीड़भाड़ वाले स्थान में अगलगी हो चुकी हैं। इसमें दुकानों में भी आग लगने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। आए दिन स्पार्क होता रहता है। यहां भी शार्ट सर्किट के कारण बिजली के पोल पर कई बार नुकसान भी हो चुका है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने आस-पास रहने वाले लोगों से बात की लोगों ने बताया कि स्थानीय और दमकल गाड़ी के मदद से बालू और पानी और अग्नीसामग यंत्र से आग पर काबू पाया गया। बेली रोड आशियाना के समीप मुर्गा बाजार सजता है। यहां कुछ दुकानें ऐसी हैं जो बिल्कुल ट्रांसफॉर्मर के नीचे ही सज रही है। ट्रांसफॉर्मर में लगने वाले दो इलेक्ट्रिक पोल के बीचों बीच दुकानदार ने दुकान सजा ली है। जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। .गांधी मैदान से भीखना पहाड़ी होते हुए मुसहल्लर पुर हाट तक कई ऐसी दुकानें हैं जो ट्रांसफॉर्मर के नीचे सजती हैं। कपड़े और जूते की दुकान भी ट्रांसफॉर्मर के ठीक नीचे सज रही है। हल्की चिंगारी भी आग का बड़ा रूप ले सकती है। लेकिन प्रशासन लापरवाह है। कभी भी बड़ी घटना हो सकती है। । आशियाना दीघा रोड कई ऐसे दुकान हैं जहां सब्जी और फल बिकते दिख जाएंगे जो दुकाने सभी ट्रांसफार्मर के बीचो बीच लगे हुए हैं। आयदिन कभी भी बड़ी घटना हो सकती और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है .बाजार समिति एरिया में फल की दुकान, जूस की दुकानें, चाय की दुकान दिखने को मिलते हैं जो ट्रांसफार्मर के नीचे है। लोग आराम से खरीदारी करते हैं उनका ध्यान ट्रांसफार्मर पर नहीं जाता है। ज्यादातर लोग खरीदारी करने में मशगूल हो जाते हैं .अशोक राजपथ पटना का सबसे पुराना कहा जाने वाला रोड है। इस रोड में पटना कॉलेज, पटना मेडिकल कॉलेज सहित स्टूडेंट का एरिया है। जहां बुक स्टॉल से लेकर फास्ट फूड की दुकान देखने को मिल जाएगी। जो ट्रांफार्मर से सटे हुए हैं या नीचे है। यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। प्रशासन को संज्ञान लेना चाहिए । इस संबंध में पेशू के जीएम मुर्तजा हेलाल ने बताया कि सभी ट्रांसफॉर्मर सरकारी जमीन पर लगाए गए हैं। सड़कों की भांति ट्रांसफार्मर के नीचे भी इंक्लोजमेंट की समस्या शहर में है सुरक्षा के मामले में अतिक्रमण हटाने का कार्य जिला प्रशासन की तरफ से किया जाता है। ये पेशू की जिम्मेदारी नहीं है