और हो गई तू-तू, मैं-मैं
कुछ देर बाद कार्यालय के बाहर एक-दो दलाल दिखाई दिए, लेकिन वो फोटोग्राफर को देखते ही भाग खड़े हुए। जल्दीबाजी में फर्जी कागजों का जखीरा वहीं छोड़ गए। संवाददाता ने जैसे ही कागजों को उठाया, तो दलाल आ धमके और काफी तू-तू, मैं-मैं के बाद हाथापाई करने लगे। आखिरकार कागजों का पुलिंदा साथ ले गए.

थोड़ी सी परेशानी से बचने के लिए आम लोग ही दलाल को बढ़ावा देते हैं। जबकि जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में कोई परेशानी नहीं है। फॉर्म भरकर सामान्य प्रक्रिया पूरी कर आएं और अपना प्रमाण पत्र ले जाएं.
-डॉ। सुधीर कुमार सिन्हा, रजिस्ट्रार, नगर निगमऔर हो गई तू-तू, मैं-मैं
कुछ देर बाद कार्यालय के बाहर एक-दो दलाल दिखाई दिए, लेकिन वो फोटोग्राफर को देखते ही भाग खड़े हुए। जल्दीबाजी में फर्जी कागजों का जखीरा वहीं छोड़ गए। संवाददाता ने जैसे ही कागजों को उठाया, तो दलाल आ धमके और काफी तू-तू, मैं-मैं के बाद हाथापाई करने लगे। आखिरकार कागजों का पुलिंदा साथ ले गए.

थोड़ी सी परेशानी से बचने के लिए आम लोग ही दलाल को बढ़ावा देते हैं। जबकि जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में कोई परेशानी नहीं है। फॉर्म भरकर सामान्य प्रक्रिया पूरी कर आएं और अपना प्रमाण पत्र ले जाएं.
-डॉ। सुधीर कुमार सिन्हा, रजिस्ट्रार, नगर निगम

और हो गई तू-तू, मैं-मैं

कुछ देर बाद कार्यालय के बाहर एक-दो दलाल दिखाई दिए, लेकिन वो फोटोग्राफर को देखते ही भाग खड़े हुए। जल्दीबाजी में फर्जी कागजों का जखीरा वहीं छोड़ गए। संवाददाता ने जैसे ही कागजों को उठाया, तो दलाल आ धमके और काफी तू-तू, मैं-मैं के बाद हाथापाई करने लगे। आखिरकार कागजों का पुलिंदा साथ ले गए।

 

थोड़ी सी परेशानी से बचने के लिए आम लोग ही दलाल को बढ़ावा देते हैं। जबकि जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में कोई परेशानी नहीं है। फॉर्म भरकर सामान्य प्रक्रिया पूरी कर आएं और अपना प्रमाण पत्र ले जाएं।

-डॉ। सुधीर कुमार सिन्हा, रजिस्ट्रार, नगर निगम