पटना ब्‍यूरो। लेकिन अब यही सब कुछ सोशल मीडिया पर हो रहा है। जिससे लड़कियां खासा परेशान होती हैं। यह कहीं न कहीं गली मुहल्ले के लफंगों के टीजिंग से ज्यादा न केवल उन्हें परेशान करते हैं। बल्कि मानसिक रूप से इस मामले में बहुत सारी लड़कियां आत्मघाती कदम भी उठा लेती है। वहीं पुलिस में इस तरह के कुछ ही मामले दर्ज होते हैं। क्योंकि ज्यादातर लड़कियां इस तरह के मामले में पहले तो चुप रहना ही बेहतर समझती है। क्योंकि परिवार की ओर से भी उन्हें मामले में ज्यादा सपोर्ट नहीं मिलता। परिवार को लगता है कि यह मामला अगर पुलिस के पास जाएगा तब सार्वजनिक हो जायेगा। जिससे न केवल लड़की की बदनामी होगी बल्कि सामाजिक तौर पर भी उनके प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचेगी।

फेक वीडियो बना किया वायरल


ताजा मामला पटना के साइबर थाना में दर्ज हुआ है। जिसमें एक सामाजिक तौर पर एक्टिव लड़की को निशाना बनाया गया है। इसमें उक्त युवती के सोशल मीडिया हैंडल से कुछ वीडियो उठाकर उसे एडिट कर वायरल किया गया है। परेशान लड़की ने मामले में चार युवकों के खिलाफ पटना के साइबर थाना में केस दर्ज कराई है।

वीडियो में युवती को दी गाली


युवती ने चार युवकों के खिलाफ साइबर थाना में केस दर्ज कराई है। यह युवक कन्हाई पासवान, विक्रम पासवान, धीरज पासवान और सौरव पासवान है। यह लोग अपने इस्टाग्राम आईडी से युवती के खिलाफ गंदी-गंदी गाली देते हुए वीडियो में देखे जा सकते हैं। यह गाली इतनी गंदी और अश्लील है कि कोई भी सार्वजनिक तौर पर जिक्र तक नहीं कर सकता। वीडियो में युवती की मां के खिलाफ भी बेहद ही आपत्तिजनक बातें कहते हुए युवक दिख रहे हैं।

पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई


युवती ने बताया कि उन्होंने मामले में केस दर्ज कराई है। लेकिन अभी तक न तो उन लड़कों की पहचान हुई है न उनके खिलाफ कोई कार्रवाई हो रही है। वे लोग अभी भी खुलेआम उनके एडिटेड वीडियो के साथ गाली देने का सिलसिला जारी रखे हुए हैं। मामले में उन्होंने एसएसपी पटना से भी शिकायत की है।

वर्जन


मामले को पटना साइबर थाना के थानाध्यक्ष देख रहे हैं। आरोपी लड़कों के खिलाफ कार्रवाई होगी। पुलिस उन्हें पहचान करके जल्द गिरफ्तार करेगी।
राजीव मिश्रा
पटना एसएसपी

पिछले दो महीने में आधा दर्जन वायरल वीडियो का केस


पिछले दो महीने के केस की बात करें तो इस तरह लड़कियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर टीजिंग के आधा दर्जन केस पटना के प्राइम थानों में दर्ज कराए गए हैं। जिसमें सोशल मीडिया पर टीजिंग से लेकर अश्लील वीडियो वायरल करने तक के मामले शामिल है।

क्या हैं डिजिटल टीजिंग


डिजिटल जमाने में सभी कुछ डिजिटली हो रहा है। जिससे लोगों को काफी फायदा भी मिल रहा है। लेकिन इसके साथ अपराध और अपराधी भी डिजिटल हुए हैं। डिजिटल टीजिंग स्कूल से लेकर कॉलेज और कोचिंग तक में होता है। इसमें पहले लड़कियों के सोशल मीडिया एकाउंट पर जाकर उन्हें गंदे-गंदे मेसेज से लेकर उनके नाम पर फेक आई डी बनाकर उसे गंदे-गंदे नाम से संबोधित करते हुए उसपर उनकी एडिटेड वीडियो डालकर उसे सर्कुलेट कराई जाती है। यह सिलसिला अनवरत चलते रहता है।

ऐसे करें बचाव


ज्यादातर सोशल मीडिया पर टीजिंग से संबंधित जो एडिटेड वीडियो बनाई जाती है। उसमें कंटेट, फोटो लड़कियों के सोशल मीडिया एकाउंट से ही कॉपी किया जाता है। सोशल मीडिया पर अपने प्रोफाइल ब्लॉक करके रखने के साथ अगर आपके के साथ डिजिटल टीजिंग की घटनाएं हो रही है। तो इस मामले में चुप बिल्कुल भी नहीं रहें। पुलिस में तुरंत मामला दर्ज कराएं।