-अस्पताल और चिकित्सकों के आवास पर जमकर तोड़फोड़

रून्ष्ठ॥श्वक्कक्त्रन्/क्कन्ञ्जहृन्: मधेपुरा सदर अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार सुबह इंजीनिय¨रग के छात्र सत्यजीत कुमार की मौत हो गई। उसे एनीमिया (खून की कमी) थी। डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए स्टूडेंट्स ने जमकर बवाल किया। अस्पताल और डॉक्टर्स के आवास पर तोड़फोड़ कर 5 घंटे तक सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं, डॉक्टर्स की पिटाई भी कर दी गई। सीनियर अफसरों के आश्वासन के बाद छात्रों मानें, लेकिन सुरक्षा की मांग को लेकर डॉक्टर्स ने कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है।

ब्लड नहीं चढ़ाने का आरोप

मैकेनिकल ट्रेड का छात्र सत्यजीत कुमार मधुबनी जिले के फुलप्रास थाना के फुलकाहा का निवासी था। उसने 5 महीने पहले ही कॉलेज में एडमिशन कराया था। उसके सहपाठियों ने बताया कि सत्यजीत के शरीर में खून की कमी थी। जांच के बाद यह बात सामने आने पर डॉक्टर्स ने उसे खून नहीं चढ़ाया, बल्कि दवा देकर घर भेज दिया। रविवार सुबह 5 बजे अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल लाने के बाद इलाज शुरू किया गया, लेकिन सुबह छह बजे उसकी मौत हो गई। इससे आक्रोशित छात्रों ने अस्पताल में तोड़फोड़ करते हुए इमरजेंसी वार्ड का शीशा तोड़ डाला। नर्स अनुपम कुमारी, मैनेजर कुमार नवनीत चंद्रा और ब्लड बैंक के तकनीशियन आरके पुरी की छात्रों ने पिटाई कर दी।

मारपीट कर अस्पताल पहुंचाया

इसके बाद छात्रों ने डॉक्टर्स के आवास पर पहुंचकर भी तोड़फोड़ की। अस्पताल अधीक्षक डॉ। शैलेंद्र कुमार गुप्ता, अस्पताल उपाधीक्षक डॉ। अखिलेश कुमार और डॉ। संतोष कुमार को क्वार्टर से निकालकर मारपीट करते हुए अस्पताल लाया। डॉक्टर्स के परिजन को भी चोटें आईं। घटना की सूचना पर अस्पताल परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। डीएम मु। सोहैल व एसपी विकास कुमार ने जांच टीम गठन कर दोषी चिकित्सक पर कार्रवाई की बात कही। इसके बाद छात्रों ने जाम हटाया। घटना के बाद से चिकित्सकों ने इमरजेंसी सेवा बाधित कर दी है। इधर, चिकित्सकों ने बैठक कर पूर्ण सुरक्षा मुहैया कराने तक चिकित्सकीय कार्य का बहिष्कार करने का फैसला किया है।

खून की कमी से छात्र की मौत हुई है। प्रथम दृष्टया डॉक्टर की लापरवाही सामने आ रही है। जांच टीम गठित कर दी गई है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

-मु। सोहैल

डीएम, मधेपुरा