- महामारी के दौर में ऑनलाइन एग्जाम का विरोध कर रहा है आईसा

- पीडब्ल्यूसी की छात्राओं के डिजिटल आंदोलन का भी समर्थन, फीस वृद्धि वापस लेने की मांग

PATNA :

पिछले कई दिनों से आईसा (ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन) महामारी के बीच यूजीसी के 6 जुलाई के नोटिफिकेशन के विरोध में एक अभियान चला रहा है। इसके साथ ही हजारों हजार छात्रों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और एमएचआरडी के नाम मेल भेजकर ऑफलाइन या ऑनलाइन एग्जाम से जुड़ी अपनी-अपनी समस्याओं से अवगत कराया है। आईसा की अपील पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल में स्टूडेंट अपनी ज्यादा से ज्यादा भागीदारी दिखाकर यूजीसी और एमएचआरडी के महामारी के दौरान परीक्षा कराने के फैसले का पुरजोर विरोध कर रहे हैं।

आईसा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आकाश कश्यप ने बताया कि एक ओर हजारों की संख्या में देशभर में कोरोना से लोग संक्रमित हो रहे हैं तो दूसरी ओर यूजीसी परीक्षा कराने की बात कह रहा है। इसके विरोध में दिल्ली में मिनिस्ट्री ऑफ एचआरडी के ऑफिस के बाहर सहित देशभर में प्रदर्शन हुए हैं। पटना में घर से ही ऑनलाइन होकर पोस्टर के माध्य्म से आईसा कार्यकर्ता आंदोलन में शरीक हुए। आईसा राष्ट्रीय महासचिव संदीप सौरभ, पूíणया में राज्य अध्य्क्ष मोख्तार, आरा में राज्य सचिव सब्बीर ने आंदोलन का नेतृत्व किया।

डिजिटल आंदोलन से फीस माफी की मांग

बिहार राज्य सह सचिव आकाश कश्यप ने कहा कि पटना वीमेंस कॉलेज में चल रहे छात्राओं का डिजिटल आंदोलन का संगठन समर्थन करता है। हम सभी पटना विवि प्रशासन से मांग करते हैं कि सेमेस्टर का फीस माफ करे और फीस वृद्धि भी वापस ले। सिर्फ पटना वीमेंस कॉलेज का नहीं पटना विवि के तमाम कॉलेज के छात्राओं का सेमेस्टर फीस माफ किया जाए।