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PATNA (4 Jan): महापर्व बन चुके प्रकाश पर्व के लिए आज का दिन बेहद खास है। क्योंकि आज गुरु गोविंद जी महाराज का फ्भ्0वां जन्मदिन मनाया जाएगा। इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई वीवीआईपी भी आ रहे हैं। ऐसे में आतंकी भी बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश कर सकते हैं। क्योंकि आईएम के कई आतंकी जिन्हें फांसी की सजा मिली हुई है और नाभा जेल से भागे आतंकियों की गिरफ्तारी नहीं होने से आंशका बढ़ गई है। वैसे भी देश में कई ऐसे आतंकी माडयूल्स हैं जिनका निशाना सिख समुदाय पर होता है। हालांकि बिहार सरकार के साथ देश की सभी खुफिया एजेंसियां अलर्ट हैं और गांधी मैदान को सुरक्षा कवच में लेकर हर आतंकी गतिविधियों को नाकाम करने की पूरी तैयारी है,

- बिहार में है स्लीपिंग माडयूल्स

बिहार में आतंकियों का स्लीपिंग माडयूल्स एक्टिव है जो साइलेंट मोड पर काम करता है। इसलिए कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। इसका खुलासा खुफिया एजेंसियों भी कर चुकी हैं। दरभंगा और बिहार का अन्य इलाका काफी संवेदनशील माना जाता है। खासकर बिहार से लगी बंगाल सीमा के साथ अन्य कई इलाकों से स्लीपर सेल के कनेक्शन हैं। और फिर पटना के गांधी मैदान रेलवे स्टेशन के साथ बोधगया में ब्लास्ट भी हो चुका है।

- हो सकते हैं सरदार के वेश में

सूत्रों की मानें तो नाभा जेल से भागे खालिस्तानी आतंकी कश्मीरा सिंह के साथ अन्य को लेकर पूरे देश में अलर्ट है। ऐसे में खुफिया तंत्र इस बात को लेकर सतर्क है कि की कहीं कोई आतंकी सरदार के वेश में गांधी मैदान में प्रवेश न कर सके। सूत्रों का कहना है कि एनआईए की हैदराबाद कोर्ट द्वारा यासीन भटकल के साथ अन्य आतंकियों को फांसी की सजा देने के बाद बदले की भावना से काम करने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।

- रडार पर सिमी कार्यकर्ता

खुफिया एजेंसियों के रडार पर सिमी कार्यकर्ता भी हैं। बिहार से जुड़े आतंकी संगठनों का इतिहास खंगाला जा रहा है। यही वजह है कि डीजीपी पीके ठाकुर ने गांधी मैदान का दौरा कर सुरक्षा को लेकर अफसरों हर स्थिति से निपटने का निर्देश दिया है।

- परिंदा नहीं मार पाएगा पर

पुलिस का दावा है कि गांधी मैदान पूरी तरह से सुरक्षा कवच में है। हर चेहरे पर नजर है। प्रकाश पर्व में आतंकी खतरे को लेकर आधा दर्जन से अधिक माइन प्रोटेक्ट व्हीकल्स पटना की सड़कों पर दौड़ रही हैं इसमें एसटीएफ के जवानों को लगाया गया है। एसटीएफ स्कॉट के साथ गांधी मैदान के हर कोने पर नजर है। स्वाट टीम के साथ अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी लगी हैं। हेलीकॉप्टर से गांधी मैदान की सुरक्षा की जा रही है।

- संवेदनशील है बिहार

ख्00म्-

मुम्बई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में ख्0 जुलाई को एटीएस ने मधुबनी के बासोपपट्ट्टी गांव से मोहम्मद कमाल अंसारी को दबोचा।

ख्007-

क्ख् नवंबर को मधुबनी के मोहम्मद सबाउद्दीन उर्फ फरहान को जयपुर में हुए सीआरपीएफ कैंप पर गोलीबारी में दबोचा।

ख्008-

9 जुलाई को यूपी एटीएस ने दिल्ली बम धमाके में वांटेड मधुबनी के पप्पू खान को लखनऊ से और क्ब् जुलाई को यूपी एटीएस ने मधुबनी के मोहम्मद खलील को गिरफ्तार किया।

ख्009-

क्7 अगस्त को लश्कर आतंकी मधुबनी निवासी उमर मदरानी को दिल्ली में बड़ी साजिश रचते गिरफ्तार किया गया।

ख्0क्0-

मधुबनी के कुख्यात आतंकी मोहम्मद शबाउद्दीन व अलकायदा के मिर्जा खान को पूर्णिया रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया।

ख्0क्क्-

क्7 अगस्त को हूजी के आतंकी रियाजुल को सीमांचल के किशनगंज से पकड़ा गया।

ख्ब् नवंबर को आईएम आतंकी अहमद जमील और मोहम्मद अजमल को गिरफ्तार किया गया।

नवंबर में ही समस्तीपुर में चेन्नई की स्पेशल सेल ने आईएम आतंकी इरशाद खान को गिरफ्तार किया।

ख्0क्ख्-

क्ख् जनवरी को आईएम के सदस्य नकवी और नदीम को दरभंगा से दबोचा गया।

म् मई को कर्नाटक पुलिस ने दरभंगा के कफील अख्तर को गिरफ्तार किया।