PATNA : बीएसएससी पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसआईटी के लिए अगले ब्8 घंटे काफी महत्वपूर्ण हैं। ये वो लम्हा है, जिसमें रिमांड पर लिए गए आरोपियों से पूछताछ के दौरान कई नई बातों का खुलासा होगा। दरअसल, रामाशीष सिंह और अटल बिहारी राय समेत म् लोगों के लिए एसआईटी को फ्म् घंटे की ही रिमांड मिली थी। जो पूछताछ के लिए नाकाफी थी। इस कारण गुरुवार को एसआईटी ने कोर्ट में रिमांड की अवधि बढ़ाने की अपील दायर की थी। एसआईटी की अपील पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पूछताछ के लिए ब्8 घंटे की मोहलत और दे दी। अब एसआईटी के पास पूरे दो दिन का समय है। अब सभी म् आरोपियों से एक-एक कर अच्छे से पूछताछ हो सकेगी। इसमें नई बातें और नए लिंक सामने आने की संभावना है।

- एसआईटी ने साध ली चुप्पी

बात अगर फ्म् घंटे की रिमांड की करें तो इस दौरान भी कई अहम खुलासे हुए हैं। सोर्स की मानें तो रामाशीष, अटल और सुपौल के टीचर के लिंक एक हैं। अब तक की पूछताछ के दौरान इन सभी ने कई नए खुलासे किए हैं। नए खुलासों के आधार पर एसआईटी कार्रवाई करने में जुटी हुई है। जांच प्रभावित न हो, इस वजह से एसआईटी ने चुप्पी साध ली है। फ्म् घंटे की पूछताछ में कौन से नए खुलासे हुए, इस बारे में कोई भी अधिकारी कुछ बताने से साफ इनकार कर रहे हैं।

- हर नेटवर्क से जुड़ा है रामेश्वर

रैंडम क्लासेज का संचालक और जहानाबाद का रहने वाला रामेश्वर के कनेक्शन काफी दूर तक हैं। एसआईटी के अनुसार इसके कंप्टेटिव एग्जाम के क्वेश्चन पेपर और सेटिंग के खेल में ये काफी माहिर है। गैंग चाहे सेंटर को मैनेज करने वाला हो, क्वेश्चन पेपर को लीक करने वाला हो या मोटी रकम लेकर सेटिंग करने वाला हो। रामेश्वर का कनेक्शन हर गैंग के साथ है। एसआईटी इससे खास तौर पर अलग से पूछताछ करना चाहती है। ये वो मोहरा है, जिसके जरिए हर गैंग के संचालक तक एसआईटी पहुंच सकती है।

- सेट किए गए थे ब्भ्0 कैंडिडेट्स

ये तो साफ हो चुका है कि बीएसएससी एग्जाम के दौरान एक-दो नहीं, बल्कि अलग-अलग कई गैंग काम कर रहे थे। कोई क्वेश्चन पेपर को लीक करने में लगा था, तो कोई आंसर सीट को वायरल कराने में लगा था। जबकि पवन और मुन्ना के गैंग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए सेटिंग और मुन्ना भाई का खेल खेल रहे थे। देखने में भले ही ये सभी गैंग अलग-अलग हों, लेकिन इनकी कड़ी हर एक-दूसरे गैंग से जुड़ी हुई है। सोर्स की मानें तो इस पूरे खेल में करीब ब्भ्0 कैंडिडेट से डील तय की गई थी। पवन और उसके गैंग को पकड़े जाने के बाद ही करीब ख्00 कैंडिडेट्स की सेटिंग होने का खुलासा हुआ था। इनका जिक्र पवन के पास से मिली डायरी में भी है। यानी की ये खेल करोड़ों रुपए का है। अब ये सब कुछ एसआईटी की आगे की कार्रवाई के दौरान ही स्पष्ट हो सकेगा।

म् आरोपियों के रिमांड की अवधि ब्8 घंटे के लिए कोर्ट ने बढ़ा दी है। अब तक की पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। इसी आधार पर एसआईटी अपना आगे का काम कर रही है।

मनु महाराज, एसएसपी, पटना