PATNA : कोर्ट से गिरफ्तारी का वारंट मिलने के बाद भी पटना पुलिस इंडियन आर्मी के उन दो हवलदारों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है, जो बहाली के लिए सेटिंग के खेल में शामिल थे। लिहाजा, दानापुर कैंट में पोस्टेड हवलदार शेखर और देवले की गिरफ्तारी के लिए पटना पुलिस की एसआईटी को अभी इंडियन आर्मी हेडक्वार्टर के ऑर्डर का इंतजार करना होगा। जब हेडक्वार्टर की ओर से गिरफ्तारी का आदेश दिया जाएगा, तभी पटना पुलिस की एसआईटी आरोपी हवलदारों को गिरफ्तार कर सकेगी। दरअसल, बुधवार को एसआईटी दानापुर कैंट गई थी। लेकिन आरोपी हवलदारों को गिरफ्तार करने की इजाजत आर्मी के अधिकारियों द्वारा नहीं दी गई। जिस कारण एसआईटी को खाली हाथ लौटना पड़ा था।

- सीआरपीसी ब्भ् का आर्मी ने दिया हवाला

आर्मी की ओर से पटना पुलिस को एक लेटर भेजा गया है। जिसमें सीआरपीसी की सेक्शन ब्भ् का हवाला दिया गया है। इसके तहत ही आर्मी ने दोनों हवलदारों को गिरफ्तार करने से एसआईटी को रोका है। चूंकि मामला ड्यूटी के दौरान क्राइम का है। इसलिए आर्मी के अधिकारी खुद भी इस मामले की जांच करेंगे। जबकि पुलिस सोर्स की मानें तो ये मामला ड्यूटी के दौरान किए गए क्राइम का बिल्कुल ही नहीं बनता। जेल में बंद शेटर मुन्ना सिंह की आर्मी के दोनों हवलदारों ने ड्यूटी से हटकर मदद की है। जिसके एसआईटी के पास पूरे ठोस सबूत हैं।

- कोर्ट को बताई गई पूरी बात

हवलदारों की गिरफ्तारी पर आर्मी के अधिकारियों द्वारा रोक लगाए जाने की बात से पुलिस ने कोर्ट को अवगत करा दिया है। साथ ही अब तक की कार्रवाई के बारे में भी पुलिस ने कोर्ट को पूरी जानकारी दे दी है। वहीं इस पूरे मामले में पटना पुलिस लीगल ओपिनियन भी ले रही है। लीगल ओपिनियन मिलने के बाद ही एसआईटी इस मामले में अपना अगला कदम उठाएगी।

- गुरु जी का नहीं मिला क्लू

दूसरी तरफ मुन्ना सिंह के फरार साथी गुरु जी उर्फ अमिताभ के बारे में अब तक कोई ठोस क्लू एसआईटी को नहीं मिल सका है। दरअसल, इंडियन आर्मी में सेटिंग के जरिए बहाली होती थी, इस मामले के खुलासे को भ् दिन बीत चुके हैं। मुन्ना सिंह समेत भ् को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है। लेकिन मुन्ना का साथी गुरु जी अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है। इसी गुरु जी पर बीएससीसी का पर्चा लीक किए जाने का आरोप है।

आर्मी की ओर से सीआरपीसी की सेक्शन ब्भ् का हवाला दिया गया है। इस मामले में आर्मी हेड क्वार्टर को भी लिखा गया है। आगे की कार्रवाई के लिए लीगल ओपिनियन भी ली जा रही है।

मनु महाराज, एसएसपी, पटना