पटना (ब्यूरो)। यात्रियों की सुविधा को बढ़ावा देने के लिए दानापुर डिविजन के पटना जंक्शन पर हमेशा कुछ न कुछ नया कार्य होता रहता है। लेकिन स्टेशन पर लगे कम्प्यूटर की वजह पैसेंजर्स को रिजर्वेशन और जनरल टिकट के लिए घंटों लाइन में लगाना पड़ता है। इसकी शिकायत दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के पास पिछले कई दिनों से मिल रही थी। हकीकत जानने के लिए हमारी टीम ने स्टेशन परिसर में जाकर पड़ताल किया तो पता चला कि कम्प्यूटर का की बोर्ड घिस गया है। किसी का पिं्रटर खराब है। ऐसे में समय लगना स्वभाविक है। हालांकि रेलवे के अधिकारियों ने पल्ला झाड़ते हुए बताया कि पैसेंजर्स को ट्रेन की जानकारी नहीं होता है। काउंटर पर पहुंचने के बाद ही पूछताछ करते हैं इसलिए समय लगता है। पढि़ए रिपोर्ट

तीन साल बाद चेंज होता है की बोर्ड
की बोर्ड खराब होने की बात पूछने पर रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि अधिकतर काउंटर पर की बोर्ड ठीक है। हर तीन साल में एक बार की बोर्ड चेंज होता है। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक बुकिंग क्लर्क ने बताया कि प्रति दिन 16 घंटे तक कम्प्यूटर चलता है। ऐसे में की बोर्ड खराब होना स्वभाविक है। रेलवे की ओर तीन साल के बाद चेंज होने के लिए प्रक्रिया की जाती है। प्रक्रिया से गुजरने में एक से दो माह का वक्त लग जाता है। ऐसे में पुराने की बोर्ड से ही हम लोग काम चलाते हैं। क्योंकि नए की बोर्ड का इंतजार करेंगे तब तक टिकट बुक करना चुनौती हो जाएगा। कई की बोर्ड के बटन खराब हो गया है। इसलिए टिकट बुक करने में समय लगता है।

प्रिंटर भी ठीक से नहीं करता है काम
पैसेंजर्स को दिए जाने वाले टिकट जिस मशीन से प्रिंट होता है। वो भी ठीक ढंग से काम नहीं करता है। दिल्ली जाने वाले यात्री चंद्र प्रकाश ने बताया कि बर्थ संख्या ठीक से प्रिंट नहीं होने की वजह से ट्रेन में टीटीई से पूछ कर अपने बर्थ पर बैठना पड़ा। रेलवे की सभी कम्प्यूटर और प्रिंटर मशीन पुरानी हो गई है। इसे बदलने की आवश्यकता है। मगर बाबूओं की पेंच की वजह से ये चेंज नहीं हो पा रहा है। जिसकी खामियाजा यात्री भुगतते हैं।

पांच से सात मिनट लगता है वक्त
टिकट बुकिंग करने के लिए लोगों ने बताया कि पटना जंक्शन पर एक टिकट बुक करने में बुकिंग क्लर्क को पांच से सात मिनट का वक्त लगता है। अगर लाइन में दस लोग भी रहते हैं तो 50 मिनट के बाद ही नंबर आता है। पड़ताल के दौरान पता चला कि 50 फीसदी से अधिक बुकिंग काउंटर बंद है। ये हाल आरक्षण और अनारक्षित दोनो काउंटर का है।

प्रतीक्षालय में टीवी भी खराब
वातानुकूलित प्रतीक्षालय के बगल में बने पूछताछ काउंटर पर लगे टीवी भी खराब है। यात्रियो की शिकायत पर काउंटर पर रेलवे के कर्मचारियों को बैठाया गया। जो यात्रियों को ट्रेन संबंधित जानकारी दे रहे थे। बताते चलें कि टीवी के द्वारा यात्रियों को तीव्र गति से जानकारी मिलती थी। जिसका मॉनिटरिंग दूसरे जगह से होता था। पटना जंकशन के कॉमर्शियल डिप्टी स्टेशन मास्टर विनोद कुमार ने बताया कि बुकिंग काउंटर पर लोगों को, टे्रन की जानकारी नहीं होती है। काउंटर पर पहुंचने के बाद जगह उपलब्ध नहीं होने पर दूसरे ट्रेन में सर्च करने के लिए बोलते हैं। जिस वजह से समय लगता है। रही बात की बोर्ड की तो वो लगभग सभी काउंटर पर ठीक है।