भागवत मिलन मंदिर में धूमधाम से 23 फरवरी, 12 को शादी हुई। मगर क्या पता था कि शादी के 15 दिन बाद से ही उसे खुद अपने, अपने पेरेंट्स व फैमिली के बारे में कमेंट्स सुनने से लेकर मारपीट का सामना करना पड़ेगा। यह कहते-कहते बबली रो पड़ती है। अब तो ससुराल जाने व वहां के लोगों के बारे में चर्चा होते ही उसे डर लगता है। वह कहती है कि कंकड़बाग थाना में एफआईआर 519/13, 19 दिसंबर को दर्ज हुआ। हमारे पेरेंट्स डीआईजी, एसएसपी व सिटी एसपी से भी मिल चुके हैं। मगर अबतक नेम्ड की अरेस्टिंग नहीं हो सकी है।

एक करोड़ व एक बिगहा जमीन

बबली बताती है कि रामलखन पथ, अशोक नगर रोड नंबर-8 के रहने वाले उसके हसबैंड विशाल बतौर बिल्डर दो अपार्टमेंट बना चुके हैं। वे मुझे लगातार मायके से कुछ न कुछ डिमांड करने को उकसाते रहते थे। हमारे पेरेंट्स ने उन सबों को अपनी फॉरचूनर कार, 25 भर सोना, 100 भर चांदी व अन्य गिफ्ट दिया था। शादी के बाद एक करोड़ रुपए और एनएच 30 पर एक बिगहा जमीन की डिमांड करने लगे। उसे प्रताडि़त कर जेनरेटर और सर्वेंट तक मंगाया गया। जब भी डिसप्यूट हुआ पेरेंट्स ने कुछ न कुछ देकर हमारी शादी को बेपटरी होने से बचाने की कोशिश की। मगर उनलोगों ने इसे मेरी कमजोरी मान लिया।

पति भी नहीं दे रहे थे साथ

ससुर मोहन प्रसाद, सास उषा देवी, मामा ससुर विद्याभूषण, मामा सास रेखा देवी बराबर टॉर्चर करते। पति विशाल कुमार भी उन्हीं लोगों का साथ देते। यहां तक कि ननद स्वाति उर्फ पम्मति व उनके पति आनंद प्रभाकर, जो भुवनेश्वर में डीएफओ हैं, भी हमारे ससुराल आने पर जलील करने व मारपीट में सहभागी बन जाते। हर कोई हमारे मायके की प्रॉपर्टी के दुश्मन बने थे।

डरा देता है 18 दिसंबर की रात

बबली बताती है कि उसके दादा, पिता दिलीप कुमार यादव व भाई पवन सभी घर की इकलौती बेटी होने के कारण उनकी खुशी का पूरा ध्यान रखते थे। 18 दिसंबर को अपनी ममेरी बहन के रिसेप्शन से लौटने के बाद उसके साथ मारपीट की गई। पति विशाल भी पीटने लगे। वे लोग मुझे मार कर डेडबॉडी को फेंक देना चाहते थे, ताकि यह बताया जा सके कि वह तो रिसेप्शन में गई थी, तो हमें क्या पता कि कहां गई।

सेल फोन ने बचाई जान

बबली ने बताया कि उसके पास दो सेल था। एक को उन लोगों तोड़ दिया। दूसरे से हम बात करने की कोशिश किए, तो वह सेल फोन फेंक दिया गया। वह मोबाइल मौसेरी बहन के हाथ लगी। उसी ने मेरे पेरेंट्स को खबर दी। हमारे फैमिली मेंबर पहुंचे तो हमें नर्सिंग होम ले गए। इसके पूर्व भी होली के बाद व अन्य अवसरों पर मारपीट की गयी। बबली बताती है कि वह पटना वीमेंस कॉलेज से 2011 में ग्रेजुएशन की। फिर पटना निफ्ट से फैशन डिजाइनिंग की। वह कहती है अब वह अपने ससुराल व पति के साथ रहना नहीं चाहती है।

लड़की वालों का बयान शनिवार को लिया गया है। फ्राइडे को रेड हुई थी, सभी फरार हैं। पुलिस की टीम उनकी अरेस्टिंग के लिए संभावित ठिकाने पर रेड कर रही है।

- मुत्तफिक अहमद, सदर डीएसपी।