पटना ब्यूरो।पुलिस के लिए भी यह लगातार चिंता का सबब बना हुआ था। उसी क्रम में पटना पुलिस ने अपार्टमेंट और बंद घरों में चोरी करने वाले एक बड़े नेटवर्क का खुलासा करते हुए इसके छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

मास्टर माइंड अगस्त में ही जेल से छुट कर आया था

इस नेटवर्क का मास्टर माइंड अनिल महतों गत वर्ष अगस्त में बेउर जेल से छूट कर आया था। आने के बाद उसने अपने गैंग को फिर से एक्टिव कर चोरी की वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया। 20 जनवरी को बुद्धा कॉलोनी थाना के रामेश्वर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 103 में चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया था। इसके अलावा आसपास के पाटलिपुत्र थाना से लेकर एसकेपुरी, शास्त्रीनगर, कोतवाली रूपसरपुर में इसी तर्ज पर एक दर्जन घटनाओं को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में टीम बना कर जांच शुरू की।

चाचा भतीजा की जोड़ी ने एक दर्जन वारदात को दिया अंजाम

अनिल महतो और उसका भतीजा पंकज ने मिलकर बंद घरों को निशाना बनाना शुरू किया था। उसने इसके अलावा छह और लोगों को अपनी टीम से जोड़ा था। चोरी के पैसे से उसने स्वीफ्ट डिजायर खरीदी थी। जिसके बाद चोरी की वारदात में उसने स्वीफ्ट डिजायर कर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। पुलिस ने सीसीटीवी का फुटेज निकाली तब उसे एक संदिग्ध कार दिखी। इसके बाद पुलिस अनिल महतो तक पहुंची। अनिल महतो को अरेस्ट करने के बाद उसका भतीजा पंकज, ड्राइवर मुकेश, दीपक और बिल्ला महतो को गिरफ्तार किया है। चोरी का गहना यह लोग जिस सोनार को बेचते थे, उसे भी गिरफ्तार किया गया है। बिल्ला महतो ही कथित तौर पर चोरों को इन सोनार के साथ लाइजनिंग करता था।

3 लाख 80 हजार किया गया फ्रिज

पुलिस ने अनिल महतो की पत्नी के खाता में रखे गए तीन लाख 80 हजार रुपये को फ्रिज कराया गया है। जो वारदात को अंजाम देने के बाद जमा कराया गया था।

वर्जन

लगातार गृह भेदन की घटनाएं एक ही स्टाइल में अंजाम दिया जा रहा था। आसपास की घटनाओं की जांच में यह सामने आया था। सीसीटीवी और डॉग स्कॉयड की मदद से हम एक स्वीफ्ट डिजायर कार तक पहुंचे। जहां से इन मामलों का पुरा खुलासा हो पाया
- मो। नूरूल हक
डीएसपी पटना लॉ एंड ऑर्डर