PATNA: बिहार पुलिस भी अब देश के अन्य प्रदेशों की पुलिस की तरह हाईटेक हो जाएगी। पुलिस विभाग को पूरी तरह से डिजिटल दुनिया से जोड़ने के लिए प्लान पर काम चल रहा है। बहुत जल्द बिहार पुलिस की सुविधाएं भी दिल्ली और मुम्बई पुलिस की तरह ऑनलाइन हो जाएगी। आम जन से जुड़ी सुविधाओं को लेकर प्रदेश पुलिस गंभीर है और एफआईआर से लेकर अन्य कई सुविधाओं को डिजिटल करने की तैयारी है। अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2018 में कई बदलाव होना है जिसके बाद लोगों को सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।

2017 में डिजिटलाइजेशन के लिए हुआ बड़ा प्रयास

वर्ष 2017 में भी बिहार पुलिस ने डिजिटलाइजेशन में बेहतर प्रयास किया है। बिहार पुलिस ने एक एप तैयार किया जिसमें पुलिस विभाग की कई अहम सेवाएं मिल रही हैं। इसमें थानों और पुलिस अधिकारियों के कांटेक्ट नंबर के साथ गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराना आसान है। मोबाइल पर एप की मदद से हम न सिर्फ प्रदेश के सभी थानों और पुलिस अधिकारियों नंबर सर्च कर सकते हैं बल्कि अपने सामानों के गायब होने की सूचना भी दर्ज करा सकते हैं। पुलिस वर्ष 2017 में प्रदेश के सभी थानों को कम्प्यूटराइज्ड करने को लेकर भी बड़ा प्रयास की है जिससे काम आसान हो गया है।

-न्यायालय की गंभीरता से पुलिस विभाग सक्रिय

पटना हाईकोर्ट भी पुलिस आधुनिकीकरण को लेकर सरकार से कई बार सवाल जवाब कर चुकी है। न्यायालय की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अपना काम तेज किया है। वर्ष 2017 में सरकार की तरफ से पुलिस को धन अवमुक्त कराया गया है साथ ही साथ संसाधन को लेकर भी तैयारी की गई है। अधिकारियों की मानें तो वर्ष 2018 में आम जन से जुड़ी कई सेवाएं शुरू होने वाली है जो बिहार पुलिस के लिए काफी अहम होगी। इसके लिए पुलिस विभाग का आधुनिकीकरण विंग्स काम कर रहा है। पूर्व में तैयार प्लान पर नए साल में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।

बिहार पुलिस को मॉडर्न बनाने पर काम चल रहा है। प्रदेश के सभी थानों को कम्प्यूटरीकृत करने को लेकर भी प्लान है और आने वाले दिनों में इसे पूरा कर लिया जाएगा।

पी के ठाकुर,

डीजीपी बिहार