- आंखों का धोखा या प्रशासन का झूठ, वीडियो में साफ दिख रही दो नावें

PATNA : गांधी घाट पर नाव हादसा अब सस्पेंस बनता जा रहा है। क्योंकि हादसे के वक्त चश्मदीदों द्वारा बनाए गए वीडियो में दो नावों को एकसाथ डूबते हुए दिखाया गया है। जबकि प्रशासन इसे झूठ बता रहा है। इधर वायरल हो चुका वीडियो प्रशासन के लिए पहेली बन गई है। क्योंकि रविवार की सुबह 7 से क्क् बजे तक तक चले सर्च ऑपरेशन में दूसरी नाव कहीं नहीं दिखी। फिलहाल, मौत का आंकड़ा हो या नाव की संख्या, इस हादसे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

फ् सवालों से उलझी गुत्थी

क्। शव गिनने में क्यों हुई चूक?

प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों में शनिवार को ख्क् लोगों को मृत माना गया। लेकिन रविवार की सुबह यह आंकड़ा ख्0 हो गया। डीपीआरओ रविभूषण सहाय के मुताबिक अस्पताल और प्रशासन के बीच कन्फ्यूजन की वजह से मृतकों की संख्या बढ़ गई।

ख्। सर्च ऑपरेशन बीच में क्यों रोका?

इस सवाल के जवाब में प्रशासन का तर्क है कि लापता लोगों की शिकायत नहीं आई, और जो शिकायत आई थी उन लाशों को खोज निकाला गया। जैसे ही कोई शिकायत आएगी फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू हो जाएगा।

फ्। वीडियो में दो नाव तो दूसरी कहां गई?

वीडियो में दो नाव दिख रही है। इसमें से एक का मलबा खोजा जा चुका है। जबकि दूसरे का अब तक कोई पता नहीं है। प्रशासन का कहना है कि एक ही नाव थी। इसलिए सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

दो दिनों में कुल ख्ब् लाशें नदी से निकाली गई है। सभी की शिनाख्त कर उन्हें परिजनों के हवाले कर दिया गया है। निकटतम परिजनों को ब्-ब् लाख रुपए के चेक तत्काल दिए गए। फिलहाल सर्च ऑपरेशन रुका है। लापता होने की शिकायत के बाद बॉडी की तलाश की जाएगी।

- संजय कुमार अग्रवाल, डीएम, पटना

मैंने भी वीडियो देखा है। गौर से देखने पर पता चलता है कि एक ही नाव है। इसके बाद भी हमारे गोताखोर दूसरी नाव की खोज में डुबकी लगाते रहे। लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी दूसरी नाव नहीं मिली।

-रविकांत, सेकेंड इन कमान, 9वीं बटालियन, एनडीआरएफ