-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने कई हॉस्पिटल्स से किया संपर्क, हुआ बड़ा खुलासा

-प्राइवेट हॉस्पिटल संक्रमित को नहीं कर रहे एडमिट

PATNA : पटना में कोरोना का संक्रमण इस कदर फैला हुआ है कि लोगों को प्राइवेट हॉस्पिटल में भी बेड नहीं मिल रहा है। कोरोना संक्रमित पेशेंट को लेकर लोग इधर-उधर भटक रहे हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने शहर के कई हॉस्पिटल की जांच की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। कोरोना संक्रमित पेशेंट को एडमिट करने के सवाल पर अस्पताल द्वारा कहा जा रहा है कि बेड खाली नहीं है। वहीं, कई हॉस्पिटल प्रशासन ऑक्सीजन की कमी का हवाला देकर पेशेंट को एडमिट करने से इनकार कर रहे हैं। उनका स्पष्ट कहना है कि ऑक्सीजन की व्यवस्था आप कर पाएंगे तो भर्ती करूंगा। पुराने पेशेंट के लिए ही ऑक्सीजन की व्यवस्था करने में परेशानी हो रही है। वहीं, पेशेंट को परिजनों का कहना है कि पैसा देने पर भी ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है।

यहां से होती है सप्लाई

पटना सहित बिहार में ऑक्सीजन की सप्लाई जमशेदपुर और बोकारो ऑक्सीजन प्लांट से होती है। लिंडे इंडिया और आइनॉक्स कंपनी ऑक्सीजन की सप्लाई करती है। सप्लाई उद्योग विभाग ने आज ही अपने दो अधिकारियों को दोनों स्थानों पर प्रतिनियुक्त किया है। रविवार तक दोनों अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर पहुंच जाएंगे। इन दोनों अधिकारियों का दायित्व होगा कि वे मॉनिटर करें कि बिहार को समय पर ऑक्सीजन की आपूíत मिलती रहे। प्रधान सचिव ने बताया कि शनिवार को बिहार को ऑक्सीजन टैंकर मिलने थे। उम्मीद है रात तक यह टैंकर बिहार पहुंच जाएंगे।

आधी से भी कम सप्लाई

पटना में ऑक्सीजन सिलेंडर का संकट गहरा गया है। सप्लाई डिमांड से 50 प्रतिशत से भी कम हो रही है। अस्पताल से जुड़े लोगों का कहना है कि ऑक्सीजन का संकट सरकारी और प्राइवेट दोनों अस्पताल में बढ़ गया है।

उन्होंने बताया कि पटना में हर दिन लगभग 5 हजार ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड है लेकिन सप्लाई 2 से ढाई हजार सिलेंडर की हो रही है।

हो रहा हंगामा

ऑक्सीजन की कमी से अस्पतालों में लोग हंगामा भी करने लगे हैं। दो दिन पहले ही सगुना मोड़ के पास एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म होने पर मरीजों के परिजन हंगामा करने लगे। इसी तरह से एक अन्य हॉस्पिटल की ओर से बताया गया कि 300 ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत है लेकिन मात्र 100 ऑक्सीजन सिलेंडर ही मिल रहे है।

बना कंट्रोल रूम

अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए सरकार ने कंट्रोल रूम बनाया है। कंट्रोल रूम 24 घंटे सातों दिन काम करेगा। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के अनुसार, स्टेट कंट्रोल रूम सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों से समन्वय बनाकर ऑक्सीजन की जरूरत का आकलन करेगा। यह सुनिश्चित करेगा कि ऑक्सीजन की आपूíत होती रहे।

पटना में ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई जल्द सामान्य हो जाएगी। इसके लिए टीम बनाई गई है। टैंकर सहित सभी आवश्यक सामानों की व्यवस्था की जा रही है।

-रविंद्र सिन्हा, ड्रग कंट्रोलर बिहार