एनएमसीएच के गाइनी डिपार्टमेंट के ऑपरेशन थिएटेर में एक महिला का सीजेरियन ऑपरेशन
शाम के करीब 7 बजे थे। एनएमसीएच के गाइनी डिपार्टमेंट के ऑपरेशन थिएटेर में एक महिला का सीजेरियन ऑपरेशन शुरू ही होने वाला था। उसे ऑपरेशन थिएटर में एडमिट किया जा चुका था। डॉक्टर ऑपरेशन कर बच्चे को निकाल ही रहे थे कि अचानक जोर से आवाज आई और सब जगह अंधेरा हो गया।

कुछ समझते इसके पहले ही कमरे में धुंआ

वो कुछ समझते इसके पहले ही कमरे में धुंआ आने लगा। डॉक्टर से लेकर पेशेंट तक परेशान हो उठे कि ये क्या हुआ। चीख पुकार में सुनाई दिया कि ग्राउंड फ्लोर का इलेक्ट्रॉनिक पैनल में शार्ट सर्किट हो गया है। इलेक्ट्रिक के तारों में भीषड़ आग लगी हुई है।

मोबाइल की लाइट में लगे स्ट्रीच

ऑपरेशन थिएटर में मौजूद हेल्थ मैनेजर डॉ। धमेंद्र कुमार ने बताया कि अचानक लाइट जाने के बाद डॉक्टर्स भी असंमजस में आ गए। अधूरा ऑपरेशन छोड़ना मां और बच्चे दोनों की जान को खतरा देने के बराबर था। ऐसे में मजबूरी में मैंने और नर्स ने अपने मोबाइल में लगे टार्च को जलाया। मोबाइल की रोशनी में डॉक्टर्स की टीम ने तेजी से प्रसूता को स्ट्रीच लगाए और उसे तत्काल इमरजेंसी के ओटी में ले जाया गया।