फोन आना शुरू हो गया

लड़की की आवाज में खोए रमेश को बहुत कुछ समझ में न तो आया और न ही समझने की कोशिश की। प्रोपोजल एक्सेप्ट किया, अगले दिन से उसी नम्बर से फोन आना शुरू हो गया। दिन भर बातें होने लगी, देर रात तक एसएमएस का दौर भी शुरू हुआ। फोन और एसएमएस से मन नहीं भरा तो मिलने की प्लानिंग शुरू हो गई।

पहली मीटिंग में अक्ल पर पर्दा

लगभग 55 साल के रमेश ने बिजनेस में अच्छी कमाई की। फोन फ्रेंड से मिलने की प्लानिंग हुई तो ईस्ट गांधी मैदान के पास की लोकेशन तय हुआ। रमेश फिक्स्ड प्लेस पर पहुंचकर लड़की का इंतजार करने लगे। जब दोनों मिले तो रमेश उसकी खूबसूरती के कायल हो उठे। मॉडर्न ड्रेस में स्कूटी से उतरी लड़की को देख वे कुछ बोल ना सके। एक तरफ लड़की की खूबसूरती ने रमेश को शॉक्ड कर दिया तो दूसरी ओर लड़की बिल्कुल बिंदास थी। उसे रमेश की एज से कोई फर्क नहीं पड़ा। थोड़ी देर बात हुई और फिर वह अपने घर चल पड़ी। इस मुलाकात ने रमेश की हिम्मत बढ़ा दी। उसने यह बात अपने बेस्ट फ्रेंड से शेयर की।

जिस्मफरोशी के लिए तैयार

फस्र्ट मीटिंग के बाद ही मोबाइल पर दोनों अधिक खुल गए। अगले दो तीन दिनों में बातें दिल से लेकर जिस्म तक पहुंचने लगी। इसके बाद एक बार फिर मिलने का प्रोग्राम बना। इस बार एक फ्रेंड को साथ लाने की छूट थी। दूसरी मीटिंग तय हुई बोरिंग रोड स्थित एक बड़ी मिठाई की दुकान के पास। बाइक से रमेश और उनका दोस्त बोरिंग रोड पहुंचे। लड़की ने फोन पर ही मिठाई खाने की बात कही तो रमेश ने 600 रुपए की मिठाई खरीद ली। थोड़ी देर में ही लड़की उन लोगों के पास फिर उसी स्कूटी से हाजिर थी। दिलकश अंदाज में मिले और उसकी स्कूटी के पीछे चल पड़े।

दरवाजा खुलते ही होश उड़े

सभी कृष्णा टावर की बगल की एक गली के एक घर में घुसे। वहां कोई नहीं था। लड़की ने दोनों को अंदर बुलाया और अश्लीलता का दौर धीरे धीरे शुरू हुआ। दोनों को लगा कि अब उन्हें कोई रोकने वाला नहीं। तभी किसी ने दरवाजा नॉक किया। उस लड़की ने दरवाजा खोला तो दोनों दोस्तों के होश उड़ गए। दरवाजा खुलते ही अचानक से दो आदमी अंदर घुसे। एक के हाथ में रस्सी लगी हथकड़ी थी। उन दोनों ने कहा कि हम पुलिस वाले हैं। इतना कहकर दोनों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। यही नहीं, उस लड़की के साथ अश्लील फोटो भी खींच ली।

Blackmail करने का खेल

पिटाई के दौरान ही रमेश से दस लाख रुपए मांगे गए। नहीं देने पर तस्वीरें उसके घर वालों को देने और इंटरनेट पर डाउनलोड करने की धमकी दी। ब्लैकमेलर्स के पास उनकी पूरी हिस्ट्री थी। बातों में ही रमेश का दोस्त किसी तरह मामले को तीन लाख रुपए पर ले आया। रमेश वहीं बंधक बनकर रहा और उसका दोस्त पैसे लेकर आया। पूरे पैसे मिलने पर दोनों को इस धमकी के साथ छोड़ा गया कि किसी को बताया तो इज्जत की धज्जियां उड़ा देंगे। दोनों को हुस्न की ऐसी मार पड़ी कि यह दास्तान किसी को सुना नहीं सके। रमेश पटना में पोस्टेड के एक पुलिस ऑफिसर का रिश्तेदार भी है, लेकिन इसका कोई बेनेफिट ना ले सके।

बच के रहना

सेक्स का कारोबार पूरे शहर में फैला है। टाइम टू टाइम पुलिस की रेड में इसका खुलासा होता रहा है। ज्यादातर इसे महिलाएं ही चला रही हैं। लेकिन इस तरह का कारनामा नया है। यह नए गिरोह का काम है जो खूबसूरत लड़कियों के सहारे लोगों को अपने जाल में फंसाता है। इससे पहले शिकार के बारे में यह गैंग पूरी इंफारमेशन जुटा लेता है। इससे फंसने वाले के पास निकलने के रास्ते तो बंद होते ही हैं, आगे कंप्लेन तक नहीं आ पाती। रमेश के अलावा भी कई लोग इनके शिकार होंगे, जो शर्म से किसी को कुछ बता नहीं पाए और पुलिस की लाचारी है कि बिना किसी के आगे आए कुछ हो नहीं सकता।

Report by: rajan.anand@inext.co.in