पटना सेंट्रल एसपी चंद्र प्रकाश ने इस मामले में कोतवाली थाना के दो पुलिस कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है। वहीं इस मामले में कोतवाली एसएचओ राजन कुमार से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।

ऐसे लोगों की जरूरत नहीं


पटना सिटी एसपी चंद्रप्रकाश ने बताया कि एनआरआई रितेश बत्रा पटना आए थे। यहां पर वह एक होटल में ठहरे थे। ऑटो से वह मरीन ड्राइव घुमने गए थे। ऑटो चालक उनका बैग लेकर फरार हो गया था। इस मामले में जब वे कोतवाली में शिकायत करने आए थे। तब पहले तो उनका शिकायत दर्ज नहीं किया गया। फिर शिकायत दर्ज करने के बाद उन्हें सीसीटीवी फुटेज दिखाने के लिए दो कांस्टेबल ले गए थे। उनसे रेस्टोरेंट में खाना खाया था और उसका बिल उनसे पेड कराया था। इस मामले में रोहित ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। डीएसपी कोतवाली कृष्ण मुरारी प्रसाद ने इसकी जांच की। मामले को सत्य पाया गया। जिसके बाद दोषी कांस्टेबल विनय कुमार और बबलु कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है।

पहचान के बाद भी ऑटो को थाना से छोड़ा गया


रोहित की शिकायत के बाद आठ मार्च को कोतवाली में इसकी शिकायत आखिरकार दर्ज की गई थी। रोहित ने उक्त ऑटो का नंबर नोट किया था। जिसके बाद उक्त ऑटो चालक को बुलाया गया था। रोहित की पहचान करने के बाद भी उसे थाना से छोड़ दिया गया। एनआरआई ने बताया कि ऑटो वाले के साथ कोतवाली थाना के लोग ऐसा व्यवहार कर रहे थे। जैसे वे लोग उसे पहले से जानते थे। थाना में उसे गुटखा और पानी के अलावा नास्ता तक पुलिसकर्मी दे रहे थे। इस मामले में सीसीटीवी फुटेज की जांच में भी यह स्पष्ट हुआ है। एनआरआई के अनुसार फुटेज को देखकर एसपी खुद हैरान थे। एक ऑटो वाले को इस तरह स्पेशल ट्रीटमेंट क्यों दी जा रही थी। वहीं उसे पहचान होने के बाद भी क्यों छोड़ा गया। इन सब मामलों को लेकर ही एसपी सेंट्रल ने कोतवाली एसएचओ से स्पष्टीकरण की मांग की है।

एसएचओ और ओडी अधिकारी पर भी हो कार्रवाई


एनआरआई रोहित बत्रा ने कहा कि दो कांस्टेबल को सस्पेंड कर देने से उनके साथ न्याय नहीं हो जाता है। वह पिछले पांच दिनों से परेशान हैं। वह पटना घूमने के इरादे से आए थे। लेकिन यहां आकर उन्हें दूसरी तस्वीर ही दिखी। थाना में ओडी पदाधिकारी का व्यवहार बेहद ही आपत्तिजनक था। वहीं ऑटो वाले के प्रति सभी का व्यवहार सॉफ्ट था। इस मामले में उनका जो नुकसान हुआ है। उसे कोई भी नहीं लौटा सकता है। वह वापस जायेंगे तो एक बुरी याद के साथ पटना से जायेंगे। आप सोच सकते हैं यहां की पुलिस आम लोगों के साथ किस तरह का व्यवहार करती है।

पत्नी बच्चों के साथ पटना आए थे एनआरआई


एनआरआई रोहित बत्रा छतीसगढ़ के रायपुर के पंडारक के रहने वाले हैं। कनाडा में कारोबार के सिलसिले में वह रहते हैं। पटना घूमने के लिए आए थे। यहां पर अपनी पत्नी और बच्चा को एक होटल में छोड़कर घूमने के लिए निकले थे। मरीन ड्राइव के पास ऑटो चालक उनका बैग लेकर फरार हो गया। जिसमें 27 हजार नकद रुपये के अलावा रिस्ट वॉच और कुछ कीमती सामान था।