- छह महीने पहले भी हो चुकी है ऐसी ही घटना

PATNA: संडे को बिहटा स्टेशन मास्टर की लापरवाही के कारण सैकड़ों पैसेंजर्स की जान जा सकती थी। अपलाइन पर एक बड़ा हादसा होते होते टला। मालूम हो कि फरक्का एक्सप्रेस इस घटना का शिकार होने से बच गयी। इस घटना में या तो फरक्का डिरेल हो सकती थी या फिर ट्रेन पकड़ने आये पैसेंजर्स की जान जा सकती थी। यह भी हो सकता था कि सामने से आ रही किसी टेन से फरक्का टकरा जाती।

लापरवाही के कारण घटी घटना

इस स्टेशन पर लगभग छह महीने पहले सेम घटना गरीबरथ एक्सप्रेस के साथ हुई थी। संडे को ठीक इसी तरह की लापरवाही फरक्का एक्सप्रेस के साथ हुई। मालूम हो कि जिस ट्रेन को प्लेटफॉर्म पर रुकना होता है, उसे लूप लाइन पर लाया जाता है। सुबह के पौने सात बजे यह अनाउंस भी हुआ कि ट्रेन संबंधित प्लेटफॉर्म पर आ रही है, लेकिन ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आने के बजाय मेन लाइन पर आकर रुकी। ट्रेन के अचानक ट्रैक बदलने के कारण स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गयी। किसी तरह मामले को कंट्रोल किया गया और ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आयी।

छह घंटे बाद हुई स्टेशन मैनेजर पर कार्रवाई

जानकार बताते हैं कि जैसे ही इस तरह की घटना किसी स्टेशन पर होती है ठीक उसी समय ऑन ड्यूटी स्टेशन मास्टर पर कार्रवाई की जाती है। होना तो यह चाहिए था कि जैसे ही फरक्का के साथ यह लापरवाही हुई स्टेशन मास्टर को किसी और ट्रेन को खोलने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए थी। तुरंत सारे चार्ज स्टेशन मैनेजर को अपने हाथ में ले लेना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। घटना के लगभग छह घंटे बाद स्टेशन मास्टर कुमार संजय पर कार्रवाई हुई। मालूम हो कि इस तरह की घटना को भी रेलवे में एक्सीडेंट की माना जाता है।