-4.92 लाख किसानों ने किया है ऑनलाइन आवेदन

PATNA: धान में नमीपन घटने से खरीदारी की स्पीड बढ़ी लेकिन अपूर्ण आवेदनों से परेशानी हो रही है। ब्.9ख् लाख किसानों धान बेचने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। जिसमें क्.भ्ख् लाख आवेदन अपूर्ण हैं। इसे देखते हुए सरकार अलर्ट है। बिहार सरकार ने मुख्यालय स्तर पर हेल्पलाइन नंबर (0म्क्ख्-ख्ख्00म्9फ्) जारी किया है। किसान इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं। साथ ही जिला स्तर पर भी हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। साथ ही सभी जिलों में अलग से प्रभारी पदाधिकारियों की तैनाती कर दी गई है ताकि किसानों को मुख्यालय का चक्कर न लगाना पड़े। उनके जिलों में ही समाधान मिल सके।

डेली अपलोड करने का निर्देश

दूसरी बड़ी परेशानी आंकड़ों की फीडिंग में आ रही है। बैंकों द्वारा किसानों को भुगतान की गई राशि को मोबाइल ऐप पर नियमित अपलोड नहीं किया जा रहा है। इससे विभाग को समय पर जानकारी नहीं मिल पा रही है कि किसानों को कितना भुगतान हुआ। इसके लिए भी सहकारिता विभाग ने संबंधित पदाधिकारियों को भुगतान की गई राशि को प्रतिदिन अपलोड करने का निर्देश दिया है।

क्ब्70 रुपए प्रति क्विंटल मूल्य

बिहार सरकार ने धान का क्ब्70 रुपए प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया है। क्भ् दिसंबर से ही खरीदारी शुरू कर दी गई थी। प्रारंभ में अत्यधिक नमी के चलते पैक्सों एवं व्यापार मंडलों ने खरीदारी से परहेज किया। अधिक नमी पर धान खरीदारी के मानक निर्धारित करने के मुद्दे पर राज्य एवं केंद्र सरकारों के बीच कुछ दिनों तक राजनीति भी गर्म रही। नए मानक के लिए केंद्र से अनुरोध करके राज्य सरकार जवाब का इंतजार करती रही। किसान मेहनत को औने-पौने दामों में बेचने पर मजबूर होते रहे। बिचौलिए क्क्00-क्क्भ्0 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से खरीदारी करते रहे।

बिहार में पहली बार धान खरीद में ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई गई है। किसानों को थोड़ी दिक्कत हो रही है। आवेदन में कुछ गलती होने से उसे सुधार करने की कोशिश जारी है। हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। आवेदन की संख्या भी पिछले साल की तुलना में दोगुनी है। सरकार सारा धान खरीदेगी।

- आलोक मेहता, सहकारिता मंत्री, बिहार सरकार