-सीएम बोले, जल संसाधन विभाग के इंजीनियर पूरी तरह से सजग रहे

-एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट मोड पर रहे

इन जिलों में बाढ़ की आशंका

पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, वैशाली और सारण

PATNA: नेपाल व गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से गंडक के डिस्चार्ज में बड़े स्तर पर बढ़ोतरी की स्थितियां बन गयी हैं। इस वजह से पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, वैशाली एवं सारण जिले में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग एवं सभी जिलाधिकारियों को पूरी तरह से अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि गंडक नदी के डिस्चार्ज वाले क्षेत्रों के निचले इलाके में रहने वाले लोगों को वहां से निकालकर ऊंचे एवं सुरिक्षत स्थानों पर पहुंचाएं। बचाव कार्य के लिए पूरी तरह तैयार रहें।

राहत केंद्रों पर रखें डिस्ट्रेसिंग

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस आबादी को निकाला जाए उनके बीच सहायक कार्य पूरी तत्परता से चलाएं जाएं। उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े। एसओपी के अनुसार सारी व्यवस्थाएं की जाएं। सीएम ने कहा कि आबादी को जिस क्षेत्र से निकाला जा रहा है अगर वह क्षेत्र कंटेनमेंट जोन के रूप में चिन्हित है तो उसके लिए अलग से आपदा राहत केंद्र बनाकर उन्हें सहायता पहुंचायी जाए। ऐसे लोगों को सामान्य बाढ़ पीडि़तों से अलग रखने का इंतजाम करें। राहत केंद्रों पर सोशल डिस्टें¨सग एवं मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से होना चाहिए। जिन क्षेत्रों से आबादी को निकाला जा रहा है उन क्षेत्रों में पशुओं के लिए समुचित चारे की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

तटबंधों की हो पूर्ण सुरक्षा

मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग को यह निर्देश दिया कि सभी अभियंताओं को दबाव वाले तटबंधों पर पूरी तरह अलर्ट मोड में रखें ताकि तटबंधों की पूर्ण सुरक्षा हो सके। जिलों में पूर्व से प्रतिनियुक्त एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमों को भी अलर्ट मोड में रखने का निर्देश दिया ताकि किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।