PATNA : बीएसएससी चेयरमैन सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के साथ ही आईएएस आईपीएस आमने-सामन हो गए हैं। हालात ठीक वैसे ही हैं जैसे सात माह पूर्व आईएएस जितेंद्र गुप्ता की रिश्वतकांड में गिरफ्तारी के समय बने थे। आईएएस एसोसिएशन जहां सरकार पर दबाव बनाकर इस गंभीर मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहा है वहीं आईपीएस एसोसिएशन अपनी कार्रवाई को लेकर मजबूती के साथ खड़ा है। दोनों खेमे में वाक युद्ध जारी है। रविवार को इस मामले में आईएएस एसोसिएशन बड़ा निर्णय ले सकता है।

- हालात हो रहे नाजुक

आईएएस एसोसिएशन जहां सुधीर कुमार को बेदाग बताते हुए एसआईटी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है वहीं एसआईटी के मुखिया व अन्य पुलिस अफसर इस कार्रवाई को शत प्रतिशत सही बताने में जुटे हैं। मामला दो एसोसिएशन के बीच फंसा है। दोनों की तरफ से अलग-अलग दलील दी जा रही है।

- जितेंद्र की गिरफ्तारी में ऐसे थे हालात

कैमूर जिले के मोहनिया के एसडीओ डॉ जितेंद्र गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद भी ऐसे ही हालात बने थे जिससे प्रदेश सरकार का तनाव बढ़ गया था। निगरानी विभाग ने उन्हें रिश्वत कांड में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। निगरानी का दावा था कि उसकी कार्रवाई शत प्रतिशत सही है और अफसर को रंगे हाथ पकड़ा गया है। मौजूदा समय की तरह उस समय भी आईएएस एसोसिएशन सरकार पर दबाव बनाए हुए था और जीत एसोसिएशन की ही हुई। निगरानी विभाग को इस मामले में चित होना पड़ा। रिश्वत कांड में फंसे मोहनिया के तत्कालीन एसडीओ डॉ जितेन्द्र गुप्ता को पटना हाईकोर्ट ने राहत दे दी थी। कोर्ट ने रिश्वत लेने के आरोप में क्फ् जुलाई ख्0क्म् को विजिलेंस के दायर एफआईआर को रद्द करने का फैसला सुनाया था।

- न्यायालय पर एसोसिएशन का भरोसा

एसोसिएशन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस बार भी पूर्व में हुई कार्रवाई और बाद में मिली राहत की पुनरावृति होगी। क्योंकि एसआईटी के पास ठोस आधार नहीं है। मामले के बाद एसोसिएशन में हलचल बढ़ गई है। हर पदाधिकारी रणनीति बनाने में लगा है। पदाधिकारियों का कहना है कि वह हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे और सीबीआई जांच कराकर मामले को पूरी तरह से साफ कराएंगे।

सुधीर कुमार बिहार के तेज तर्रार व उत्कृष्ट अफसर हैं। एसोसिएशन उन पर की गई कार्रवाई पर विश्वास नहीं कर सकता है। वह जांच में पुलिस की पूरी तरह से मदद कर रहे थे और उनकी गिरफ्तारी पूरी तरह से गलत है। एसोसिएशन सीबीआई जांच की मांग कर रहा है और उनके लिए हर स्तर से संघर्ष कर रहा है।

- विवेक सिंह, सेक्रेटरी,

आईएएस ऑफिसर एसोसिएशन