पटना (ब्यूरो)। सम्राट अशोक जयंती समारोह का आयोजन शनिवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में किया गया। मुख्य अतिथि की हैसियत से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने जातीय जनगणना पर पार्टी की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जातीय जनगणना की मांग सबसे पहले की गई थी। आज भी जदयू का स्टैंड पूरी तरह स्पष्ट है। एक बार केंद्र से निर्णय हो जाने के बाद पार्टी अपने सिरे से इस पर काम करेगी। जातीय जनगणना समय की मांग है। इससे किसी भी जाति के लोगों को घाटा नहीं बल्कि फायदा ही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सम्राट अशोक पर अभद्र टिप्पणी कर बुद्धिजीवी होने का दंभ भरने वाले विकृत मानसिकता के लोग हैं। नीतीश कुमार सम्राट अशोक के बताए रास्ते पर चलकर बिहार का नया इतिहास लिख रहे हैं, जिसे लोग हमेशा याद रखेगा। बिहार के धरोहरों को इतिहास के पन्नों में सहेज रहे हैं।
जनता दल यू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जिस तथाकथित साहित्यकार ने सम्राट अशोक के बारे में अभद्र टिप्पणी की उसे एक बड़ी पार्टी द्वारा सम्मानित किया गया। सम्राट अशोक के जयंती पर राजकीय समारोह आयोजित करने एवं छुट्टी घोषित करने का श्रेय बीजेपी लेना चाह रही है। उन्हें पता होना चाहिए कि जब 2015 में इसकी घोषणा की गई थी, उस समय जनता दल यू की सरकार थी और भाजपा के सहयोग पर नहीं टिकी हुई थी। कुशवाहा ने कहा कि उनकी पार्टी न तो बिहार के नेतृत्व पर कोई समझौता करने जा रही है और न ही पार्टी के नीति-सिद्धांतों पर कोई समझौता करने जा रही है। उन्होंने न्यायपालिका में आरक्षण की वकालत करते हुए कहा कि वंचित समाज को त्वरित न्याय दिलाने के लिए आरक्षण अनिवार्य है। प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, पूर्व मंत्री नीरज कुमार, मंत्री जयंत राज, पूर्व सांसद राजकुमार शर्मा, पूर्व मंत्री जयकुमार सिंह, सुभाष कुशवाहा, विधायक शालीनी मिश्रा, राजीव कुमार, पूर्व विधायक अभय सिंह, कृष्णनंदन सिंह, रणविजय सिंह, रामसेवक सिंह, नरेंद्र कुशवाहा, रामेश्वर महतो, सीपी सिंह, मंजीत सिंह, जितेंद्र पटेल, नवीन आर्या और रेखा गुप्ता समेत तमाम नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।