वह बर्दाश्त न कर सकी

खैरुर को लड़के वालों ने नापसंद कर दिया। इस बात को वह बर्दाश्त न कर सकी और आखिरकार उसने वही रास्ता चुना, जो नहीं चुनना था। शनिवार की रात उसने 10 बजे अपने कमरे में पंखे में दुपट्टा बांध फांसी लगा ली। घटना गांधी मैदान थाना क्षेत्र के सर्फ अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर 105 की है।

सुसाइड नोट भी छोड़ा

खैरुन निशा अपने अंकल निजामुद्दीन के साथ रहती थी। निजामुद्दीन सरकारी वकील रहे हैं। खैरुन निशा ने फांसी लगाने से पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। गांधी मैदान थानाध्यक्ष ने बताया कि सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि अंकल बहुत मानते थे किसी का दोष नहीं मैं खुद ही अपने मौत की जिम्मेदार हूं वैसे गांधी मैदान थानाध्यक्ष ने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। अभी तो सुसाइड लग रहा है।