पटना ब्‍यूरो। अब वह गायब हो गया है। सबसे हैरानी की बात तो यह है कि इन चारों लड़कियों को उसने एक ही समय में शादी का झांसा देकर ठगी की। पैसा भी उसने एक लड़की से दूसरीे लड़की के खाते में मंगाकर फिर उनसे नकद लिया था।

जक्कनपुर थाना ने केस दर्ज करने से किया इनकार

पटना की सुनीता दिल्ली की एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करती है। ठगी का शिकार होने वालों में वह भी शामिल है। वह जक्कनुपर इलाके की रहने वाली है। सुनीता के अनुसार वह जक्कनपुर थाना में इस मामले की शिकायत दर्ज कराने गई थी, लेकिन वहां के एसएचओ ने केस दर्ज करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आप यह कैसे साबित करोगी कि यह घटना उनके थाना क्षेत्र में ही हुई है। जिसके बाद सुनीता सोमवार को एसएसपी से मिलने को पहुंची थी। लेकिन पांच बजे तक भी बैठे रहने के बाद भी एसएसपी से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी।

मेट्रिमोनियल साइट के माध्यम से करता था संपर्क

खुद को आईबी का ऑफिसर बताने वाला विशाल कुमार लड़कियों को मेैट्रिमोनियल साइट के जरिये कांटेक्ट करता था। पटना के जक्कनपुर की रहने वाली सुनीता कुमारी दिल्ली में जॉब करती थी। खुद का विशाल नाम बताने वाले एक शख्स सुनीता को सितंबर 2023 में साइट के जरिये संपर्क करता है। सुनीता के अनुसार विशाल नाम भी उसका फर्जी है। उसने खुद को पटना में पोस्टेड आईबी ऑफिसर बताते हुए शादी के लिए कांटेक्ट किया था। फिर वह उसके फैमिली से भी मिला था। दोनों के बीच शादी को लेकर सहमति बन गई थी।


पिता का पहले आया हार्ट अटैक फिर हुई मौत

सुनीता ने बताया कि विशाल ने कथित तौर पर उसके परिवार का भरोसा जीत लिया था। उसने बताया था कि उसके परिवार में सिर्फ उसके पिता और दो भांजी है। मां के बारे में बताया था कि उनकी डेथ 2019 में ही हो गई थी। परिवार के नाम पर उसने केवल अपने उन्हीं दो भांजियों से मिलवाया था। उसने अपने पिता या परिवार के किसी अन्य व्यक्ति से नहीं मिलाया था। फिर एक दिन उसने फोन करके बताया था कि उसके पिता की हार्ट अटैक हो गया है। उसे कुछ पैसे की जरूरत बताई। उसने अपने पिता से पैसा लेकर उसे भेजा था जो उसने अपने किसी अंकिता नाम के फ्रेंड के एकाउंट पर मंगाया था। फिर कुछ दिन के बाद उसने बताया कि उसके पिता की डेथ हो गई है। इस तरह उसने फिर से पैसा लिया था। उसने अपने पिता से लेकर उसे तकरीबन पांच लाख रुपये दिए थे।

एक लड़की से पैसे दूसरी लड़की के एकाउंट पर लिए

कथित आईबी ऑफिसर इतना शातिर था कि अपनी पहचान उजागर न हो इस कारण उसने पैसे अपने एकाउंट पर नहीं लिए। उसने सुनीता को बताया था कि उसका एकाउंट किसी तकनीकी कारणों से फ्रिज हो गया है। इस लिए उसकी अंकिता नाम की एक मित्र है उसके एकाउंट पर पैसा भेज दो। वहीं अंकिता से पैसा सुनीता के एकाउंट पर यह कहते हुए मंगाया था कि सुनीता उसकी मित्र है।

फर्जी पता बताया था

विशाल ने अपना रेजिडेंस पटना के हनुमान नगर के संजय गांधी नगर के रोड नंबर 3 में बताया था। रोड नंबर तीन मेें शारदा सदन नामक एक घर का नाम बताया था। लेकिन उक्त संजय गांधी के रोड नंबर 3 में शारदा सदन नाम का कोई घर हैं ही नहीं । सुनीता ने वहां के स्थानीय निवासियों से भी विशाल को लेकर जानकारी लेनी चाही। लेकिन वहां कोई उसे नहीं जानता है।

सेम नाम का पटना में आईबी ऑफिस में कोई दूसरा विशाल नाम का है शख्स

सुनीता के अनुसार उसकी फैमिली ने आईबी ऑफिसर को लेकर संबंधित ऑफिस में जानकारी ली थी। वहां पता चला था कि कोई विशाल कुमार नाम का आईबी ऑफिसर की पोस्टिंग है। लेकिन जब वे लोग फर्जीवाड़े के शिकार हुए तब पता चला कि यह कोई दूसरा विशाल कुमार हैं, जिसके नाम पर कथित तौपर उसने हमारे साथ ठगी की थी।

लड़कियों से सेम कास्ट बताता था शातिर

विशाल इतना शातिर था कि वह जिस लड़की से बात करता था। उसे मीठी-मीठी बात में फंसा लेता था। लड़कियों का पहले कास्ट पता कर लेता था। फिर खुद का कास्ट भी सेम बताता था। वह लड़की और परिवार के लोगों को इमप्रेस करने के लिए लड़की के परिवार के लोगों से ज्यादा बात करता था।

केस नंबर 1

अंकिता बोकारो की रहने वाली है। उससे भी विशाल ने शादी का झांसा देकर चार लाख 90 हजार की ठगी की थी। उसके मामले में भी वहीं कहानी है। जो सुनीता के साथ हुई है। उससे भी कभी पिता की बीमारी के नाम पर तो कभी उनकी मौत की झूठी कहानी बताकर पैसे की ठगी की गई है।

केस नंबर 2

हेमलता बेगुसराय की रहने वाली है। उनसे भी पांच लाख की ठगी की गई है। उन्होंने इस मामले की शिकायत बेगुसराय में दर्ज भी कराई है। ठगी का पैटर्न उनके साथ भी सेम था। हेमलता को भी पिता की मौत और बीमारी की बात कह कर पैसा लिया था।

केस नंबर 3

डिम्पी नाम की लड़की पटना के दनियावां की रहने वाली है। उनके परिवार के साथ भी विशाल ने कथित तौर पर धोखाधड़ी कर चार लाख रुपये की ठगी की थी। डिम्पी के परिवार ने तो अपनी जमीन इजारा पर रख कर उक्त पैसे दिए थे। अब सभी लड़कियां और उनके परिजन विशाल की तलाश में है। ताकि उनके पैसे वापस हो जाए।

वर्जन

फिलहाल यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। अगर यह मामला संज्ञान में आता है, तब इसकी जांच कराई जायेगी।
राजीव मिश्रा, एसएसपी पटना