PATNA : इस महीने पटना की स्वच्छता की परीक्षा होने वाली है और इसकी रेटिंग करेंगे केंद्र की ओर से भेजे गए इंस्पेक्टर। पटना में यह सर्वे 4 से 6 जनवरी तक की जाएगी। इस सर्वे में इंडिपेंडेंट ऑब्जर्वर शहर की स्थिति को देखकर रेंटिंग देंगे। स्वच्छता अभियान के तहत केंद्र की ओर से पूरे देश में यह सर्वे कराया जाएगा। पिछले साल हुए सर्वे में पटना की स्थिति स्लो मूविंग शहर के रूप में आंकी गई थी। इसे 73 शहरों की लिस्ट में 70वां स्थान मिला था, यानी सबसे पिछड़े शहरों में एक। लिहाजा, पटनाइट्स के पास एक मौका है अपनी छवि सुधारने का।

500 शहरों में चलेगा सर्वे

इस सर्वे के तहत नए साल में देश भर के 500 शहरों की साफ-सफाई देखी जाएगी। तारीख 4 से 6 जनवरी रहेगी। इस काम को केंद्र की ओर से भेजे गए ऑब्जर्वर देखेंगे। वे देखेंगे कि शहर में साफ-सफाई की स्थिति कैसी है और इसके लिए क्या प्रयास किए गए। खासकर खुले में शौच और शौचालयों की व्यवस्था का भी जायजा लिया जाएगा। इसके लिए हाउसहोल्ड और पब्लिक टॉयलेट के आंकड़े देखे जाएंगे। केंद्र ने इसके लिए स्वच्छता सर्वेक्षण एप जारी किया है। इसे डाउनलोड कर अपने शहर की अच्छी तस्वीरें और काम का फीडबैक दिया जा सकता है।

क्या है पटना की तैयारी

नगर निगम कमिश्नर अभिषेक सिंह के मुताबिक ऐसे स्थानों पर लोगों को बैनर के जरिए जागरूक किया गया है। सफाई व्यवस्था ठीक करने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर सचेत कर दिया गया है। स्वच्छता सर्वे में ऊपर आने के लिए जनता का साथ सबसे ज्यादा जरूरी है। पर्यवेक्षक यह भी देखेंगे कि स्वच्छता के प्रति वहां के सिटीजन का क्या रुख है। इन सबको ध्यान में रखकर शहर को प्वाइंट्स दिए जाएंगे।

दूसरे शहर किस तरह हैं तैयार

पटना में जागरुकता के लिए काफी कम प्रयास किए गए, जबकि देश के दूसरे शहरों में इस सर्वे को लेकर मुहिम चलाई जा रही है।

मैसूर- यह शहर पिछले दो साल से सबसे साफ शहर बना हुआ है। यह ताज न छीने इसलिए वहां जोरों पर सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं।

रांची- यहां लगातार कैंपेन कर केंद्रीय सर्वे के बारे में बताया जा रहा है। केंद्रीय नगर विकास मंत्रालय के ट्विटर पर रांची की गतिविधियों को अपलोड भी किया गया है।

दिल्ली- टॉप टेन में शामिल रहा दिल्ली अपने हेरिटेज और सड़कों की सफाई पर विशेष ध्यान दे रहा है। यहां सिटीजन इंगेजमेंट के लिए एप का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

पटना के लिए प्लस प्वॉइंट प्रकाशपर्व

इस साल पटना के लिए प्रकाशपर्व प्लस प्वाइंट रहने वाला है। इसकी तैयारी में शहर के कई इलाकों को साफ रखा गया है। स्टेशन से लेकर बस स्टैंड तक कुछ हद तक साफ हैं। पटना सिटी के इलाके में 24 घंटे सफाई की व्यवस्था शहर को आगे बढ़ने में मदद करेगी। हाल ही में बनाए पब्लिक टॉयलेट और मरम्मत किए डीलक्स टॉयलेट इसे आगे रख सकती है। 7 निश्चय के तहत बनी योजनाएं भी पटना को आगे करेगी।

ये रहेगा शहर का निगेटिव प्वाइंट

- प्रकाशपर्व वाले इलाके को छोड़ दें तो बाकी शहर की हालत ठीक नहीं है

- डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन का काम शुरू न होने की वजह से रेटिंग घट सकती है

- कचरा प्रबंधन में पटना फिसड्डी रहा है।

- ऑनलाइन कंप्लेन और उसके निपटारे में शहर काफी पीछे है। यह काम लगभग ठप है।

- इस सर्वे को लेकर पब्लिक में उतनी जागरुकता नहीं। जितनी अन्य शहरों में जागरुकता के लिए अभियान चलाए गए हैं।

Keep them clean

- Public places

- Planned residential areas

- Slums

- Bulk waste generators such as hotels and markets।

-Bus stand

-Railway stations

- Religious places

- Tourist spots

हम इस सर्वे के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। कई मोहल्लों में जागरुकता फैलाई गई है। निगम के अंचल अधिकारियों को भी तैयारी से संबंधित निर्देश दे दिए गए हैं। उम्मीद है इस सर्वे के नतीजे बेहतर होंगे।

- अभिषेक सिंह, कमिश्नर, नगर निगम