PATNA: परत दर परत बीएसएससी की खुल रही कलई ने पूरे तंत्र को हिलाकर रख दिया है। हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। लेकिन शनिवार को जो खुलासा हुआ है उसने तो पुलिस विभाग की नींद ही उड़ा कर रख दी है। वो ये कि बिहार स्टाफ सेलेक्शन कमिशन के एग्जाम से होने वाली थी म् करोड़ रुपए की काली कमाई। और इसके लिए तैयार किया गया था फूल प्रूफ मास्टर प्लान। जिसमें एक-एक प्वाइंट पर सधे हाथों से काम किया गया। सेटिंग के खेल की तैयारी ऐसी थी कि प्लान के सक्सेस होते ही सेटर्स सीधे करोड़पति बन बैठते। लेकिन एग्जाम शुरू होने के ठीक ख्ब् घंटे पहले पटना पुलिस ने इस मंसूबे पर पानी फेर दिया।

बेहद अहम थे ख्ब् घंटे

सेटर्स के लिए अगला ख्ब् घंटा काफी महत्वपूर्ण था। क्योंकि दूसरे चरण का एग्जाम भ् फरवरी को होना था। लिहाजा फिल्मी अंदाज में गुपचुप तरीके से मास्टर प्लान को अंजाम दिया जा रहा था। बल्कि यूं कहें कि फूंक-फूंक कर कदम रखे जा रहे थे। पेपर को आउट कर सेटिंग के जरिए एग्जाम में बैठने वाले कैंडिडेट को सवालों के जवाब पहुंचाने की पूरी तैयारी हो चुकी थी। इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिज्म को सेटर्स ने एग्जाम के लिए तैयार कर लिया था। लेकिन पटना पुलिस की तैयारी से ऐसा हो नहीं सका।

- ब् लाख में डील, एडवांस लिए भ्0 हजार

एग्जाम में पेपर की सेटिंग के लिए क्भ्0 कैंडिडेट्स सेटर्स के सीधे संपर्क में थे। सेटर्स ने एक कैंडिडेट से ब् लाख रुपए की डील तय की थी। एग्जाम से पहले हर एक कैंडिडेट से भ्0 हजार रुपए एडवांस भी लिए गए थे। बाकी रकम परीक्षा के बाद दिए जाने थे। यानी पेपर खत्म होते ही म् करोड़ रुपए सेटर्स के हाथों में होते। लेकिन एसएसपी मनु महाराज और उनकी टीम ने इस खेल को ही बिगाड़ दिया।

- सेटर्स गिरफ्तार, पीसफुल होगा एग्जाम

इस खुलासे के बाद रविवार को होने वाली परीक्षा बिना शांतिपूर्ण होगी। क्योंकि मास्टर प्लान तैयार करने वाले तीन सेटर्स को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मेन सरगना फतुहा के मछरियावां गांव का रहने वाला पवन कुमार है। एग्जामिनेशन हॉल से पेपर का बाहर आना, फिर बाहर से सवालों के जवाब को अपने कैंडिडेट के पास पहुंचाना। पवन ने इन सब की पूरी तैयारी की थी। इसने ही शातिराना दिमाग का इस्तेमाल कर इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिज्म को तैयार किया था।

- ये था मास्टर प्लान

तैयारी भी ऐसी थी कि सेटर्स गैंग के दो लोग एग्जाम देने के बहाने अंदर जाते। फिर पेपर लेने के बहाने टॉयलेट आते। वहां से पेपर को स्कैन कर बाहर भेज देते। गैंग की ओर से कुछ स्कॉलर्स को सेट करके रखा गया था। जो जल्दी से पेपर में पूछे गए सवालों का जवाब तैयार करते। इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिज्म की मदद से सवालों के जवाब एग्जामिनेशन हॉल में बैठे सेटिंग वाले कैंडिडेट्स तक पहुंचा दिए जाते।

- भूतनाथ रोड में हो रही थी तैयारी

शातिरों ने प्लान की तैयारी के लिए अगमकुआं थाना के तहत भूतनाथ रोड में किराए पर एक कमरा लिया था। वहीं इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिज्म को तैयार किया जा रहा था। छापेमारी करने गई पुलिस टीम भी कमरे के अंदर का नजारा देख दंग रह गई। वहां कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले। जिसके यूज करने के तरीके देख सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई।

- कार्ड एटीएम का, काम मोबाइल का

पुलिस के हाथ एक ऐसा डिवाइस लगा है, जो दिखने में एटीएम कार्ड की तरह था। लेकिन ये कार्ड मोबाइल की तरह काम करता था। इसके साइड में सिमकार्ड लगा था। इस डिवाइस के अंदर मोबाइल की एसेसीरीज लगी हुई थी। इस डिवाइस को जूते के नीचे लगाया जाता था।

- इनर वेयर के पीछे भी एक डिवाइस

पुलिस के हाथ ऊपरी हिस्से के दो इनर वेयर भी लगे। जिसमें एक खास तरीके की डिवाइस लगी थी। जो जूते में लगी डिवाइस से जुड़ा होता था। और ये ब्लू टूथ के जरिए काम करता था। यही डिवाइस सेटर्स के लिए काफी मददगार साबित होता।

- नहीं पकड़ा जाता इयर फोन

पवन के पास से कुछ ऐसे इयर फोन बरामद किए गए हैं जो ब्लू टूथ के जरिए काम करते हैं। दिखने में ये इयर फोन काफी छोटा है। इस इयर फोन को अगर किसी ने अपने कान के अंदर लगा रखा है तो दूसरे लोगों को इसके बारे में जरा भी पता नहीं चलेगा।

- कॉलर के अंदर से जाती है वायर

पटना पुलिस ने जब मामले का खुलासा तो किया तो एक बेहद चौंकाने वाली बात सामने आई। सेटर्स के पास से करीब क्भ्0 की संख्या में वायर वाला इयर फोन कुछ नए शर्ट भी बरामद हुए। एग्जाम से पहले नए शर्ट के कॉलर की सिलाई खोल कर इयर फोन के वायर को उसके अंदर कर दिया जाता। फिर कॉलर की सिलाई नए सिरे होती। ये तैयारी सेटिंग वाले कैंडिडेट्स के लिए थी।

- डायरी खोलेगी राज

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसएसपी मनु महाराज ने एक डायरी दिखाई। जिसमें उन क्भ्0 कैंडिडेट्स के नाम और मोबाइल नंबर शामिल हैं, जिनसे सेटर्स ने डील तय की थी। अब पटना पुलिस इन सब को खंगालेगी। पुलिस की मानें तो पूरे मामले की जांच में ये डायरी काफी मददगार साबित होगी। इस डायरी से काफी सारे राज के खुलासे होंगे।

- खंगाले जाएंगे कॉल डिटेल्स

डिवाइस में लगे सिमकार्ड, सेटर्स के पास से मिले मोबाइल फोन और डायरी में लिखे मोबाइल नंबर्स। एक-एक कर सभी पुलिस कॉल डिटेल्स खंगालेगी। पुलिस को उम्मीद है कि इसके बाद उनके हाथ और भी कई ठोस सबूत लगेंगे।

- मुन्ना के क्लू से मिली सफलता

शनिवार का दिन पटना पुलिस के लिए काफी बढि़या साबित हो रहा है। क्योंकि पिछले शनिवार को ही पुलिस ने सेटिंग के आधार पर भारतीय सेना में बहाली कराने वाले गैंग के मेन सरगना मुन्ना सिंह समेत भ् सेटर्स को गिरफ्तार किया था। तभी बीएसएससी एग्जाम में सेटिंग का खुलासा हुआ था। अब इस शनिवार को पुलिस ने पवन को गिरफ्तार किया। ये कार्रवाई मुन्ना से मिले क्लू और उसकी निशानदेही पर की गई है।

- गुरु जी के करीब है पुलिस

एग्जाम के ठीक पहले पुलिस की इस कार्रवाई से सेटिंग का एक बड़ा रैकेट ध्वस्त हुआ है। मुन्ना और पवन समेत अब तक सेटिंग के इस खेल में 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन गुरु जी उर्फ अमिताभ अब भी फरार है। हालांकि पुलिस ने साफ कर दिया है कि वो गुरु जी के बेहद करीब है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे किया जाएगा।

बरामदगी

क्। तैयार डिवाइस - क्भ्

ख्। ब्लू टूथ - क्फ्

फ्। ईयर फोन - 90

ब्। सिमकार्ड - ब्

भ्। ब्लू टूथ बैटरी - क्0

म्। प्रिंटर - क्

7. लैपटॉप - क्

8. टैब - क्

9. सोल्डिंग मशीन - क्

क्0. ड्रायर - क्

क्क्। ड्रीलर मशीन - क्

क्ख्। कॉपर वायर - फ् बंडल

क्फ्। एटीएम कार्ड - 7

क्ब्। कटर - क्

क्भ्। कार्डनुमा ब्लू टूथ डिवाइस - क्

क्म्। एक्सटर्नल हार्ड डिस्क - क्

क्7. मोबाइल - क्0

क्8. डायरी सहित कई जरूरी कागजात

-- ये हैं सेटर्स

क्। पवन कुमार, मछरियावां, फतुहा, पटना

ख्। विपिन कुमार, कुढ़वापर, नगरनौसा, नालंदा

फ्। नवनीत कुमार अहिरौलिया, कोटवा, मोतिहारी

वर्ष ख्0क्ब् से पवन सेटिंग के इस खेल में शामिल है। इस खेल में जिन लोगों का भी नाम सामने आएगा पुलिस उन्हें नहीं बख्शेगी। सभी के साथ सख्ती से निबटा जाएगा। हमारी टीम गुरु जी के बेहद करीब है।

-मनु महाराज, एसएसपी, पटना