भारत के इतिहास से यदि क्षत्रियों के योगदान को हटा दिया जाए, तो भारत का इतिहास अधूरा हो जाएगा। वैदिक काल से लेकर अभी तक क्षत्रियों ने समाज, देश और सनातन की रक्षा के लिए जो त्याग, बलिदान और आहुति दिया है। वैसा उदाहरण पूरे विश्व इतिहास में नहीं मिलता। यह कहना है राजपूत करनी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना का। शनिवार को बिहार प्रदेश राजपूत करनी सेना पटना के कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मकराना ने बताया कि करणी सेना द्वारा पटना में आठ अक्टूबर को क्षत्रिय सम्मान रैली का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि करणी सेना के कार्यकर्ता अपनी पांच मांगों को बिहटा एयरपोर्ट का नाम बाबू वीर कुंवर सिंह करने, 23 अप्रैल को राजकीय अवकाश घोषित किए जाने, भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने, ईडब्ल्यूएस के आरक्षण का सरलीकरण करने व क्षत्रिय कल्याण बोर्ड का गठन करने की मांग को लेकर सड़क पर उतरेंगे। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अमित सिंह उज्जैन, प्रदेश संयोजक कुंवर रोहित राजपूत आदि मौजूद रहे।

सरदार पटेल स्पोट्र्स फाउंडेशन ने किया मकराना का सम्मान
सरदार पटेल स्पोट्र्स फाउंडेशन ने शनिवार को पटना पहुंचे राजपूत करनी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना का स्वागत व सम्मान किया। फाउंडेशन के महासचिव संतोष तिवारी ने शॉल व मोमेंटो देकर महिपाल सिंह का स्वागत किया। साथ ही उन्होंने कहा कि समाज करणी सेना जिस तरह से समाज में दबे कुचलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है। वहीं बिहार के क्रिकेटर, डॉक्टर व खेल प्रेमी व समाजसेवियों का सम्मान कर उनका उत्सावर्धन करते आ रही है। लगातार दो सालों से करणी सेना ने सूबे के करीब 500 से अधिक खिलाडिय़ों का सम्मान करते हुए उन्हें हरसंभव मदद देने का काम किया है। इसके लिए बिहार के महिला-पुरुष क्रिकेटर के साथ-साथ समाज सेवी व खेलप्रेमियों उनके साथ है।