बस में तोडफ़ोड़ भी की गई

हालांकि लोगों ने खदेड़ कर चौक थाना एरिया के हाजीगंज के पास बस को घेर लिया। किला रोड स्थित शिवम प्रोग्रेसिव कान्वेंट की बस बीआर 10पी 1468 को पब्लिक ने रोका। ड्राइवर उमाकांत पांडेय की जमकर पिटाई कर बस में तोडफ़ोड़ भी की गई।

लोकल पब्लिक ने किया विरोध

बस ड्राइवर कोठिया, पूनाडीह आदि एरिया से 23 स्टूडेंट्स को लेकर आ रही थी। इस इंसीडेंट से स्टूडेंट सहम से गए और अनहोनी की आशंका को लेकर चीखने-चिल्लाने लगे। जब आक्रोशित लोग बस में आग लगाने लगे, तब लोकल पब्लिक ने विरोध शुरू कर दिया और फिर स्टूडेंट्स को बस से उतारा गया। इसी बीच, चौक थाना के एसएचओ पुष्कर कुमार, एसआई अक्षवर सिंह, एएसआई एसबी सिंह आदि ने पहुंच कर पहले बच्चों को स्कूल पहुंचाया। मालसलामी थाना के एसएचओ भगवान प्रसाद गुप्ता ने बताया कि बस का ड्राइवर नशे में था। पुलिस किसी तरह उसे भीड़ से निकाल कर ट्रीटमेंट को पहुंचाई, वरना उसे लोग मार डालते। ड्राइवर उमाकांत का कहना था कि वह 35 वर्षों से ड्राइविंग कर रहा है। सूरज को उसने बचाया, मगर पिछले पहिया के नीचे वह आ गया तो कैसे बचा पाते।

थाना को घेर किया सड़क जाम

मृतक सूरज प्रसाद मालसलामी थाना के सामने भैंसानी टोला का रहने वाला था, इसलिए भारी भीड़ जुट गई थी। उग्र लोग थाना में भी जाना चाह रहे थे, पर पुलिस ने गेट बंद कर मोर्चे को संभाला। गुस्साई भीड़ ने रोड जाम कर दिया। मौके पर आलमगंज, खाजेकलां, चौक, मेहंदीगंज व दीदारगंज थाना की पुलिस के साथ डीएसपी राजेश कुमार भी पहुंचे। स्थिति देख फायर ब्रिगेड व बज्र वाहन को बुला लिया गया। बीडीओ रज्जन लाल निगम की ओर से सामाजिक सुरक्षा के तहत 21,500 दिया गया। स्कूल मैनेजमेंट ने मृतक की वाइफ ममता को जॉब देने व मुआवजा देने की बात कही, तब जाकर मामला शांत हुआ।

बस में सेफ नहीं हैं बच्चे

स्कूली बस में स्टूडेंट्स सेफ नहीं हैं। कभी ड्राइवर नशे में रहता है, तो कभी फास्ट व रफ ड्राइव के कारण एक्सीडेंट होने पर बच्चों की जान सांसत में रहती है। बस के लेट होने व स्कूल का टाइम पकडऩे को लेकर भी ड्राइवर बस तेज चलाते हैं। बस में दोनों ओर सीट होने के अलावा राइट साइड में एडिशनल सीट लगाई गई थी, ताकि अधिक स्टूडेंट्स को बिठाया जा सके। अशोक राजपथ व सुदर्शन पथ पर छोटी स्कूली बसों के बजाए दो-तीन बड़ी कोच बसें दौड़ती हैं, पर पुलिस प्रशासन लापरवाह है। स्कूल टाइम में पुलिस की प्रोपर गश्ती भी नहीं होती है।

अब किसके सहारे कटेगी जिंदगी

स्कूली बस का शिकार हुआ सूरज लेबर था। लोगों का कहना है कि मॉर्निंग में ही वह शराब पी लेता था। हालांकि पहले ड्राइवर ने उसे बचा लिया था, पर जब वह बेंच से गिरा, तो पिछले पहिया की चपेट में आ गया। उसकी वाइफ ममता के अलावा बेटी रचना और दो बेटे आकाश व बादल हैं। करीब दो-तीन वर्ष पूर्व सूरज के बड़े भाई दीना की मौत हो चुकी है। उसकी मौत भी शराब के नशे में डूबने से हुई थी।