-वैशाली जिले में बनाए गए हैं प्रैक्टिकल के 22 एग्जाम सेंटर

॥नर््ढ्ढक्कक्त्र/क्कन्ञ्जहृन्: अव्यवस्था के बीच गुरुवार से वैशाली जिले के 22 एग्जाम सेंटर्स पर इंटर की प्रैक्टिकल परीक्षा शुरू हुई। कहने को तो सभी एग्जाम सेंट्स पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की गई है लेकिन कुछ सें‌र्ट्स को छोड़ दें तो अन्य सभी केन्द्रों पर कुव्यवस्था का आलम यह देखा गया कि परीक्षार्थी के साथ-साथ उनके अभिभावक और दोस्त भी घुसे थे। कई केन्द्रों पर निर्धारित समय पर मजिस्ट्रेट तक नहीं पहुंच सके। हाजीपुर अनुमंडल क्षेत्र में आरएन कॉलेज, जमुनीलाल कॉलेज, एसएम इंटर कॉलेज, एसएनएस कॉलेज, सीआरके कॉलेज, एसएस ग‌र्ल्स हाईस्कूल, एसएमएस हाईस्कूल, सहयोगी हाईस्कूल, जीए इंटर स्कूल, टाउन हाईस्कूल, डॉ। आरबी राय कॉलेज और पटना साहेब ग्रुप आफ कॉलेज में परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं।

हाजीपुर अनुमंडल में 12 सेंटर

हाजीपुर में 12 सेंटर और महुआ एवं महनार अनुमंडल में 5-5 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। कदाचार मुक्त परीक्षा के संचालन के लिए हर परीक्षा केन्द्र पर दो-दो मजिस्ट्रेट और पुलिस बल को तैनात किया गया है। सभी परीक्षा केन्द्रों के इर्द-गिर्द धारा 144 लागू कर दी गई है और केन्द्राधीक्षकों को कड़ाई से परीक्षा लेने का निर्देश दिया गया है। नाम नहीं छापने की शर्त पर कई केन्द्राधीक्षकों ने बताया कि एक-एक परीक्षा केन्द्र पर हजारों परीक्षार्थियों का सेंटर दे दिया गया है। ऐसे में किस तरह से स्वच्छ परीक्षा हो सकती है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। जिले के अंगीभूत कॉलेजों में बनाए गए केन्द्रों में तो प्रयोगशालाएं ठीक-ठाक हालात में हैं लेकिन जिन हाईस्कूलों में प्रयोगशालाओं की स्थिति जगजाहिर है।

महुआ अनुमंडल में खुली पोल

पांच परीक्षा केंद्रों पर गुरुवार से शुरू हुई इंटर की प्रायोगिक परीक्षा के पहले दिन ही प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई। अव्यवस्था का आलम यह रहा कि परीक्षार्थियों के साथ-साथ अभिभावक भी परीक्षा केंद्र के अंदर घुस गए। ज्ञात हो कि परीक्षा के पहले दिन ही परीक्षार्थियों के साथ उनके भी अभिभावक केंद्र के अंदर घुस गए जिस कारण केंद्र पर घंटों अफरातफरी का माहौल बना रहा। परीक्षा केंद्र के अंदर परीक्षार्थियों के साथ उनके अभिभावकों के अंदर आने के कारण कॉलेज प्रशासन भी हलकान हो गया तथा कॉलेज प्रशासन ने इसकी सूचना पदाधिकारी को दी। इसके बावजूद प्रशासनिक पदाधिकारी नहीं पहुंच पाए तो कॉलेज में कार्यरत कर्मचारियों ने कड़ा रुख अपनाते हुए अभिभावकों को केंद्र से बाहर निकाला।