- सभी कॉलेजों की ऑनलाइन जानकारी मौजूद नहीं

- पीपीयू से संबंधित कॉलेजों में एडमिशन के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू

- अगस्त के दूसरे हफ्ते तक एडमिशन की लास्ट डेट

PATNA :

पाटलिपुत्र यूनिवíसटी में न्यू एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, लेकिन कोरोना काल के दौर में न्यू एडमिशन से जुड़े स्टूडेंट्स को कॉलेजों के बारे में जानकारी लेने में समस्या आ रही है। जहां आम दिनों में स्टूडेंट्स कॉलेज खुद विजिट करके या अपने किसी सहयोगी को भेजकर एडमिशन से जुड़ी हुई तमाम जानकारियां इकट्ठा करते थे। वह अब इस काम के लिए केवल ऑनलाइन उपलब्ध जानकारी पर निर्भर हैं, लेकिन पाटलिपुत्र यूनिवíसटी के कई कॉलेजों में स्टूडेंट्स के काम की जानकारी नहीं मिल रही है। जानकारी हो कि पाटलिपुत्र यूनिवíसटी में अंडर ग्रेजुएट (यूजी) के कोर्सेज में एडमिशन के लिए 14 अगस्त तक ऑनलाइन अप्लाई करने की डेट निर्धारित है।

कॉलेजों में गैप

जहां एक ओर पाटलिपुत्र यूनिवíसटी के ही कई कॉलेजों में वेबिनार ई-कंटेंट और वेबसाइट पर तमाम प्रकार की एजुकेशनल इंफॉर्मेशन उपलब्ध है। वहीं दूसरी ओर पाटलिपुत्र यूनिवíसटी के अंतर्गत शामिल अधिकांश कांस्टीट्यूएंट कॉलेजों की अपनी वेबसाइट नहीं है। कुछ कॉलेजों की वेबसाइट है तो कोर्सेज एवं प्रोग्राम के बारे में अपडेटेड जानकारी नहीं है। ऐसी स्थिति में स्टूडेंट्स कॉलेजों को लेकर कंफ्यूज हो रहे हैं।

वेबसाइट है, जानकारी नहीं

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पाटलिपुत्र यूनिवíसटी के अंतर्गत कांस्टीट्यूएंट कॉलेजों के वेबसाइट आदि के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि कई कॉलेज के पास वेबसाइट तो है, लेकिन एडमिशन संबंधित अपडेट जानकारी नहीं है। उदाहरण के लिए नौबतपुर स्थित मालतिधारी कॉलेज में कोर्सेज एवं प्रोग्राम पर जब क्लिक किया जाता है तो इंटर और अंडर ग्रेजुएट कोर्स के बारे में डिटेल जानकारी नहीं दिखती है। यही हाल बिहटा स्थित जीजे कॉलेज रामबाग की वेबसाइट का है। वेबसाइट पर प्रोग्राम और कोर्सेज का भी डिस्प्ले दिखता है लेकिन कोर्स के संबंध में जानकारी नहीं मिलती है। बीएस कॉलेज दानापुर के स्टूडेंट्स तो इस मामले में और भी परेशान हैं, क्योंकि इस कॉलेज का अपना वेबसाइट नहीं है और लॉकडाउन के कारण कॉलेज से भी जानकारी नहीं मिल रही है।

अधिकांश समस्याएं एफिलिएटिड कॉलेजों की है। उन्हें अपना वेबसाइट तैयार कर लेना चाहिए, ताकि ऑनलाइन एडमिशन के अलावा ऑनलाइन पढ़ाई की भी जब बात हो तो वे इसमें पूरी तरह से सक्षम हो। कॉलेजों की ग्रेडिंग के लिए भी यह आवश्यक है।

डॉ बीके मंगलम, पीआरओ, पीपीयू