-पूर्व सीएम के बयान से चढ़ा राज्य की राजनीति का पारा

क्कन्ञ्जहृन्: चारा घोटाले के एक मामले में बरी होने के बाद पूर्व सीएम डॉ जगन्नाथ मिश्र के बयान से बिहार का राजनीतिक पारा एक बार फिर बढ़ गया है। उन्होंने कहा है कि लालू यादव को चारा घोटाले में बीजेपी ने नहीं पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने फंसाया था, और हमें सीताराम केसरी ने। चारा घोटाले में लालू को प्राथमिक अभियुक्तबनाने के बाद देवगौड़ा चाहते थे कि लालू इस्तीफा दे दें, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हुए।

केसरी-लालू के थे अच्छे संबंध

उन्होंने कहा मामले में मेरे ऊपर यह आरोप है कि मैंने क्षेत्रीय पशुपालन निदेशक श्याम बिहारी सिन्हा को सेवा विस्तार देने के लिए सिफारिशी पत्र लिखा था। दरअसल वर्ष 1996 में कांग्रेस के समर्थन से केंद्र में संयुक्तमोर्चा की सरकार थी। उस समय सीताराम केसरी कांग्रेस के अध्यक्ष थे। लालू यादव से उनके अच्छे संबंध थे। केसरी ने ही दबाव डलवाकर मुझे चारा घोटाले में अभियुक्त बनवा दिया।

जातीय रंग देना आश्चर्यजनक

मिश्र ने चारा घोटाले के एक मामले में फैसला आने के बाद आरजेडी नेताओं द्वारा जातीय रंग दिए जाने पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाना आश्चर्यजनक है।