-दोनों घाटों पर इंतजाम से जुड़े कामकाज हुए ठप

PATNA: राजधानी के कई गंगा घाट पर छठ पूजा को लेकर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। कुर्जी और एलसीटी घाट छठ पूजा के लायक हैं या नहीं, इस पर सरकारी अभियंत्रण विभागों के इंजीनियर और अधिकारी निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। दोनों घाटों पर गुरुवार की सुबह से कामकाज ठप है। सदर एसडीओ और जल संसाधन विभाग के इंजीनियर मौका मुआयने के बाद भी तय नहीं कर सके कि दोनों घाटों पर छठ करना सुरक्षित है या नहीं। इस बार जेपी सेतु दीघा से नासरीगंज घाट तक चकाचक हो गया है। जबकि, बांस घाट से जेपी सेतु तक घाटों तक पहुंचने के लिए रास्ता बनाने में ही हलक सूख रहे हैं।

डेंजर घाटों की हो रही घेराबंदी

गंगा किनारे जहां भी लाल कपड़े से घेराबंदी दिखे समझें यहां खतरा है। श्मशान घाट, कटाव, दलदल और गंदगी वाले क्षेत्र की इस बार लाल कपड़े से घेराबंदी की जा रही है। पाटीपुल, शिवा घाट, मीनार घाट और बिंदटोली में यह व्यवस्था ठीक से की गई है।

कुर्जी घाट पर कटाव

कुर्जी घाट पर गंगा की धारा कटाव कर रही है। पहुंच पथ का निर्माण हो गया है लेकिन सदर अनुमंडल पदाधिकारी कुमारी अनुपमा सिंह पहुंचीं तो छठ के लिए अनुमति देने के पूर्व अभियंताओं से लिखित सर्टिफिकेट देने को कहा। यही हाल एलसीटी घाट का दिखा। एसडीओ और जल संसाधन विभाग के अभियंता के बीच सुरक्षा प्रमाणपत्र को लेकर बात नहीं बनी। इस कारण दोनों घाटों पर आगे का काम थम गया है।

पाटीपुल घाट दिखेगा नए लुक में

पाटीपुल घाट इस बार पेंटिंग के कारण नए लुक में दिखेगा। गंगा पथ के अंडरपास में पेंटिंग बनाई जा रही है। इसमें गांधी सेतु किनारे नाव पर सवारी और व्रतियों के अ‌र्घ्यदान का चित्रण दिखेगा। छठ घाट किनारे पेंटिंग सेल्फी स्पॉट के रूप में लोगों को आकर्षित करेगी।

बढ़ता जा रहा बजट

बीते साल छठ के मौके पर नगर निगम ने 9 करोड़ रुपए से कार्य शुरू किया था लेकिन खर्च 13 करोड़ पहुंच गया। इस बार 8.35 करोड़ रुपए से कार्य शुरू किया गया है लेकिन खर्च कहां जाकर थमेगा नगर निगम कोई अनुमान नहीं लगा सका है।