- एनसीइआरटी की नेशनल अचीवमेंट सर्वे रिपोर्ट में ख्रुलासा

PATNA : बिहार के प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स भाषा, गणित और पर्यावरण जैसे विषयों में काफी पीछे हैं। नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) द्वारा नेशनल अचीवमेंट सर्वे (नास) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ये स्टूडेंट्स नेशनल एवरेज से काफी पीछे हैं। ग्रामीण एवं शहरी छात्र-छात्राओं तथा विभिन्न सामाजिक कोटि के बच्चों के प्रदर्शन में कोई खास अंतर नहीं।

सितंबर में हुआ था सर्वे

एनसीईआरटी बच्चों की बौद्धिक क्षमता का पता लगाने के लिए प्रत्येक साल सितंबर महीने में राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल अचीवमेंट सर्वे कराती है। यह प्रत्येक जिले के बीस-बीस स्कूलों में होता है। सर्वे में चयनित स्कूल के पांचवी के छात्र-छात्राओं को शामिल किया जाता है। ख्0क्भ् के सितंबर में सर्वे हुआ था। इसमें भाषा, गणित तथा पर्यावरण अध्ययन को शामिल किया गया।

लगेगी दो घंटे की स्पेशल क्लास

रिपोर्ट मिलने के बाद शिक्षा परियोजना के परियोजना निदेशक संजीवन सिन्हा ने सभी जिलों के शिक्षा तथा कार्यक्रम पदाधिकारियों को कुछ हिदायत जारी की है। अफसरों से कहा गया है कि बिहार में क्लास एक से लेकर आठवीं तक के छात्रों की ग्रेडिंग की जा चुकी है। जिन बच्चों को 'ए तथा बी' ग्रेड मिला है उन्हें छोड़ शेष बच्चों के लिए लंच के बाद कम से कम दो घंटे विशेष पढ़ाई की व्यवस्था की जाए। जिससे स्टूडेंट्स इन सब्जेक्ट में अच्छा स्कोर कर पाएं। क्लासेस जनवरी से शुरू किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।