- चंपारण शताब्दी समारोह की तैयारी में जुटी बिहार सरकार

- पोरबंदर-मोतिहारी स्पेशल ट्रेन चलाने का प्रस्ताव

PATNA: मोहनदास करमचंद गांधी को 'महात्मा' बनाने वाला बिहार एक बार फिर गांधीमय होगा। राजधानी पटना में प्रकाशोत्सव के सफल आयोजन के बाद अब जोर-शोर से चंपारण आंदोलन शताब्दी समारोह की तैयारी चल रही है। तीन विभागों को शताब्दी समारोह का जिम्मा सौंपा गया है। शिक्षा विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। क्0 अप्रैल से शुरू होने वाले शताब्दी समारोह में पूरे साल बिहार का कण-कण महात्मा को याद करते हुए नमन करेगा। बिहार सरकार कार्यक्रम सलाहकार के रूप में गांधी शांति प्रतिष्ठान के कुमार प्रशांत की मदद ले रही है।

तैयार हो रही कार्यक्रम की रूपरेखा

शिक्षा विभाग, कला संस्कृति और युवा विभाग के साथ पर्यटन विभाग सालभर चलने वाले चंपारण शताब्दी समारोह के कार्यक्रम की रूपरेखा को अंतिम रूप देने में जुटा है। तैयार रूपरेखा सीएम नीतीश कुमार के विचारार्थ भेजा जाएगा। सीएम की सहमति के बाद कार्यक्रम की शुरुआत होगी।

जुटेंगे नेशनल-इंटरनेशनल गेस्ट

कार्य योजना के अनुसार शुरू में बिहार सरकार गांधी आधारित व्याख्यानमाला आयोजित करेगी। जिसमें दलाई लामा, अम‌र्त्य सेन, नोआम चॉम्सकी जैसे इंटरनेशनल वक्ता और गांधीवादी शिरकत करेंगे। दो दिवसीय समारोह में लोकल वक्ता भी शामिल होंगे। गांधी व्याख्यान माला अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में होगा। व्याख्यान माला से पहले सीएम नीतीश कुमार कन्वेंशन सेंटर का इनॉगरेशन करेंगे।

निकलेगी पद यात्राएं

करीब सौ वर्ष पहले क्0 अप्रैल को महात्मा गांधी राजकुमार शुक्ल के बुलावे पर बिहार आए और पटना में रुकने के बाद चंपारण पहुंचे थे। शिक्षा विभाग ने अपनी कार्य योजना में इसका उल्लेख करते हुए तय किया है कि बिहार में जिन-जिन रास्तों से होकर महात्मा गांधी चंपारण तक पहुंचे वहां पद यात्राएं निकाली जाएंगी।

स्कूल-कॉलेज में होंगी प्रतियोगिताएं

साल भर चलने वाले आयोजन के दौरान बिहार के सभी सरकारी स्कूल और कॉलेजों में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित करने का प्रस्ताव तैयार किया है। जिसमें गांधी से जुड़े नाटक, गीत-संगीत, वाद-विवाद, चित्रकारी और लेख प्रतियोगिताएं होगी। बिहार सरकार चंपारण शताब्दी आयोजन में शामिल होने वाले लोगों की मदद के लिए और कार्यक्रम को भव्य स्वरूप देने के लिए रेल प्रशासन से मदद मांगी है। रेल प्रशासन से मोतिहारी टू पोरबंदर विशेष ट्रेन चलाने की मांग की जाएगी।

बुनियादी स्कूलों के बदलेंगे दिन

बिहार सरकार ने गांधीजी द्वारा शुरू किए गए बिहार के सभी बुनियादी स्कूलों के कायाकल्प की कार्ययोजना बनाई है। फिलहाल चंपारण के चार स्कूलों की आधारभूत संरचना विकसित करने और पुस्तकें आदि खरीदने के लिए राशि आवंटित की गई है।

ख्0क्8 में होगा समापन समारोह

अप्रैल ख्0क्7 से प्रारंभ होने वाले कार्यक्रम का समापन अप्रैल ख्0क्8 में होगा। साल भर के दौरान सरकार की कोशिश होगी कि लोग मोहनदास से महात्मा बने राष्ट्रपिता के पूरे जीवन को समझे और उनके आदर्श और विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करे।