पटना (ब्यूरो)। अब कालेज और विश्वविद्यालय के अधीन चलने वाली बीबीएम और बीसीए कोर्स के संचालन के लिए आल इंडिया काउंसिल फार टेक्नीकल एडुकेशन (एआइसीटीई) से रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होगा। बगैर रजिस्ट्रेशन के अब कालेज व विश्वविद्यालय अगले सत्र से बीसीए और बीबीएम की पढ़ाई नहीं करा सकेंगे। अब तक यह शर्त पीजी में एमसीए और एमबीए की पढ़ाई के लिए अनिवार्य थी, लेकिन नए सत्र के लिए स्नातक व्यावसायिक कोर्स में भी एआइसीटीई से मान्यता अनिवार्य कर दिया है। इसके बगैर अब कोर्स का संचालन संभव नहीं होगा। मामले को देखते हुए पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने सभी कालेजों को अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन कराने का निर्देश दिया है।

31 जनवरी तक कर सकेंगे आवेदन

आल इंडिया काउंसिल फार टेक्नीकल एडुकेशन (एआइसीटीई) ने कालेजों को रजिस्ट्रेशन के लिए समय सीमा निर्धारित कर दिया है। इसके तहत वर्तमान संस्थान व विश्वविद्यालय के साथ-साथ नए संस्थानों को कोर्स संचालन के लिए 31 जनवरी तक आनलाइन आवेदन करने को कहा है।विलंब शुल्क के सात सात फरवरी तक का समय सीमा निर्धारित है।

कम संसाधन वाले संस्थान को पूरा करने होंगे मानक

अब एआइसीटीई की ओर से आनलाइन आवेदन लेने के बाद उन संस्थानों का निरीक्षण भी कराया जा सकता है। ऐसे में कम संसाधन या संसाधन विहिन संस्थानों में पढ़ाई बंद हो सकती है। जबकि अन्य संस्थानों को मानक पर खड़ा उतरना होगा। इसमें आवश्यक कक्षाएं, शिक्षक, आधारभूत संरचना अनिवार्य रूप से रखने होंगे। इसमें मानक के अनुसार ही शिक्षक पठन-पाठन के लिए रखे जा सकेंगे। कोताही बरतने पर मान्यता पर संकट तय है।

कहते है अधिकारी

आल इंडिया काउंसिल फार टेक्नीकल एडुकेशन ने सभी संस्थानों को स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम बीसीए और बीबीए के लिए भी रजिस्ट्रेशन व मान्यता अनिवार्य किया है। इसको देखते हुए सभी कालेजों को 31 जनवरी तक अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन कराकर मान्यता लेने को कहा गया है। अब नए संस्थानों को मान्यता लेने के बाद ही पाठ्यक्रम चालू कराने पर निर्णय होगा। इसके अतिरिक्त अगले सत्र से एआइसीटीई से मान्यता लेने वाले संस्थानों में ही इसका पठन-पाठन की अनुमति होगी। इस बाबत संबंधित सभी प्राचार्य को पत्र भेज दिया गया है।

प्रो। एके नाग, अध्यक्ष, छात्र कल्याण, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय।