PATNA CITY : मारूफगंज मंडी के किराना कारोबारी अंकित रोहतगी और स्टाफ दीपू की हुई हत्या के खिलाफ सोमवार को पटना सिटी की दो थोक मंडी की दुकानें बंद रहीं। कारोबारियों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि हत्यारे जल्द नहीं पकड़े गए, तो सिटी की प्रमुख मंडियों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया जाएगा।

-कोहराम से इलाका हुआ गमगीन

इससे पहले रविवार की देर रात अंकित एवं दीपू की डेडबॉडी घर आ चुकी थी। वहीं अंकित का भाई भी बंगलुरू से आ चुका है। एक साथ दो घरों में मचे कोहराम से आसपास का इलाका भी गमगीन हो चुका था। सबसे पहले दीपू की शवयात्रा सुबह 8.फ्0 बजे निकली जबकि अंकित की दोपहर में। दोनों का अंतिम संस्कार खाजेकलां घाट पर हुआ।

-घर पहुंचे व्यवसायी नेता

मारूफगंज किराना व्यवसायी संघ के अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद केशरी, सचिव अजय अग्रवाल, मनोज केशरी, प्रेम अग्रवाल, विनय अग्रहरि सहित पटना सिटी व्यवसायी संघ के अध्यक्ष सुभाष झुनझुनवाला और महासचिव राजकुमार तिवारी अंकित के घर पहुंचे। इसके बाद मीटिंग में मंडी बंद रखने का निर्णय लिया गया। मारूफागंज की किराना, तेल-तिलहन, जड़ी-बूटी, रूई आदि की दुकान और मंसूरगंज की खाद्यान्न मंडी बंद रही।

-सहमे हुए हैं व्यापारी

व्यवसायियों ने विरोध जताते हुए अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी और लूटी गई राशि की बरामदग करने की मांग की। पटना सिटी व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रदीप सिंह यादव, महासचिव अवधेश कुमार सिन्हा, अरुण मिश्रा आदि ने कहा कि एक बार फिर अपराधियों ने सिर उठा दिया है। इससे व्यवसायी, उद्यमी और व्यापारी सहम से गए हैं।

सदन में भी गूंजा मामला

एक्स डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी और लोक लेखा समिति के चेयरमैन नंदकिशोर यादव ने कहा कि दोनों सदन में इस मामले को उठाया गया है। कल भी इस मुद्दे को उठाएंगे। बिहार में लॉ एंड आर्डर की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है।

कभी क्0 जवान थे आज सिर्फ ख् हैं

सिटी के कारोबारियों का कहना है कि डेढ़ दशक पहले मारूफगंज मंडी की सुरक्षा की जिम्मेदारी करीब क्0 पुलिसवालों के कंधे पर थी, लेकिन अभी हाल यह है कि दो जवानों के भरोसे मंडी छोड़ दी गई है। मंडी के बसंत लाल गोलवारा, द्वारिका कश्यप एवं कृष्ण कुमार विशु ने बताया कि हालात को देखते हुए मंडी के लोगों ने अपने स्तर पर क्0 गार्ड को तैनात किया है, जिन पर हर माह भ्0 हजार रुपए खर्च किया जाता है। मंडी में स्ट्रीट लाइट तक नहीं है। इसके लिए भी ख्म् हजार खर्च कर ख्0 लाइट लगवाई गई है.और तो और न तो पीने के पानी की व्यवस्था है न ही शौचालय की।