- कहा-स्वास्थ्य के मद को खर्च करने में सरकार विफल

- नर्सो की नियुक्ति के मामले में कोर्ट ने किया सवाल

PATNA: बुधवार को पटना हाईकोर्ट ने सरकार को हेल्थ के मुद्दे पर लचर रवैये को लेकर जमकर लताड़ा। हाईकोर्ट ने पूछा कि स्वास्थ्य के मद को सरकार समुचित रूप से इस्तेमाल करने में क्यों विफल रही है। न्यायमूर्ति नवनीति प्रसाद सिंह ने इससे जुड़े मामले की सुनवाई में ऐसे सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि नर्सो की नियुक्ति में सरकार ने क्यों उदासीन रवैया अपनाया है। साथ ही कोर्ट ने सवाल किया कि सरकार इस बात का जबाव दे कि हेल्थ मद में कम राशि क्यों दी गई और वह भी खर्च कर पाने में नाकाम रही है।

कोर्ट से है उम्मीद

बिहार कांट्रेक्ट ए ग्रेड नर्सेस एसोसिएशन की महासचिव प्रमिला कुमारी ने कहा कि एक्सपीरिएंस्ड नर्सो के साथ सरकार ने अन्याय किया है और हमें न्याय की उम्मीद सिर्फ कोर्ट पर है। उन्होंने हेल्थ मिनिस्टर रामधनी सिंह को इसके लिए दोषी माना। कहा कि मंत्री नियुक्ति को लेकर बेहद लापरवाह है। इस मामले को लेकर कोई सक्रियता नहीं दिखायी गई है। जानकारी हो कि सिर्फ पीएमसीएच में ही करीब म्0 अनुभवी नर्सो को नियुक्ति प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया। जबकि जिन्हें कोई भी अनुभव नहीं था उन्हें जॉब पर रखा गया।