PATNA : ख्ब् लोगों की मौत के बाद मातम की लहरों में घटना के निशान ढूंढे जा रहे हैं। घाट पर कड़ी सुरक्षा के बीच जांच टीम अधिक से अधिक साक्ष्य इकट्ठा करने में जुटी है। मामला खुद सीएम नीतीश कुमार देख रहे हैं इसलिए अफसर भी जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट पूरी करने में लगे हैं। मंगलवार को घटना के चौथे दिन आपदा प्रबंधन के सचिव प्रत्यय अमृत और पटना के डीआईजी सेंट्रल ने लोगों से बयान दर्ज किया है।

घाट पर पसरा सन्नाटा

एनआईटी घाट पर जहां लोगों की भीड़ लगी रहती थी, घटना के बाद सन्नाटा में डूबा है। घाट पर अफसरों का आना-जाना लगा है। पुलिस की कड़ी चौकसी है और कई दारोगा लोगों पर नजर रख रहे हैं। पुलिस भी लोगों को घाट तक जाने से रोकने में लगी है। पुलिस प्रशासन के साथ अन्य अधिकारियों को भी लगाया गया है कि वह प्राइवेट नाविकों को गंगा में चलने से रोकें।

रोक के बाद भी चल रही नाव

प्रशासन ने गंगा में एनआईटी घाट पर प्राइवेट नाव चलाने पर रोक लगा दिया है इसके बाद भी मंगलवार को जमकर मनमानी हुई।

अफसर रोकते रहे लेकिन नाविक नहीं मान रहे थे। कई बड़ी नाव को गंगा में दौड़ाया जा रहा था। अफसर उन्हें रोकने के लिए बार-बार पीछा कर रहे थे लेकिन वह रूक नहीं रहे थे।

बयान में हादसे से जुड़े सवाल

घटना के समय आप कहां थे और कैसे-कैसे क्या हुआ? ऐसे कई सवाल हैं जो अफसर अपने बयान में दर्ज कर रहे हैं। नाविक से लेकर वहां मौजूद रहने वालों को अधिकारियों ने बुलाया और उनसे हर बिंदु पर बात की। जांच टीम रिपोर्ट खंगालने के साथ अधिक से अधिक साक्ष्य जुटाने में लगी है। हालांकि लोग कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। और जो बोल रहे हैं वो भी सबकुछ साफतौर पर नहीं बता रहे हैं।

जल्द आ सकती है रिपोर्ट

जांच में लगे अफसरों की मानें तो रिपोर्ट बहुत जल्द आ सकती है। इसके लिए दिन रात एक कर दिया गया है और हर बिंदु पर पड़ताल की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि वह अधिक से अधिक साक्ष्य इकट्ठा कर दोषी का चेहरा सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं। जांच अधिकारियों का कहना है कि उनकी रिपोर्ट बहुत जल्द पेश हो सकती है।

मंगलवार को जांच पड़ताल की गई है। इसमें लोगों का बयान दर्ज किया गया है। अधिक से अधिक साक्ष्य इकट्ठा किया जा रहा है जिससे दोषी लोगों पर कार्रवाई की जा सके। बहुत जल्द रिपोर्ट पेश कर दी जाएगी।

- शालिन, डीआईजी पटना