- बिहार कर्मचारी चयन आयोग का पेपर भी किया लीक

- आज होना था एग्जाम

PATNA (28 Jan) : भारतीय सेना के अंदर कुव्यवस्था की बात पहले ही सामने आ चुकी है। लेकिन अब जो बात सामने आई है, वो बेहद ही चौंकाने वाले हैं। फौजी बनाने के लिए एक कर्नल की बीबी ने क्ख् लाख रुपए लिए थे। इस गेम में कर्नल भी शामिल थे। ये सनसनी खेज खुलासा किया है मुन्ना कुमार उर्फ मुन्ना सिंह ने। बात ख्00ब् की है। उस वक्त कर्नल की पोस्टिंग पुणे में थी। रुपए भी वहीं दिए गए थे। इस बात का कबूलनाम मुन्ना ने शनिवार को पटना पुलिस के सामने किया है। दरअसल, मुन्ना खुद का एक गैंग चलाता है। जो भारतीय सेना की बहाली में सेटिंग के नाम पर बेरोजगारों से लाखों रुपए की ठगी करता था। शाहपुर इलाके से इस गैंग को पटना पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने मुन्ना समेत भ् शातिरों को गिरफ्तार किया है। साल ख्00ब् से ही सेना में बहाली के नाम गैंग को ऑपरेट किया जा रहा था। रविवार को बिहार कर्मचारी चयन आयोग की एग्जाम है। जिसका पेपर लीक हो गया है। इसका भी इकरार नामा मुन्ना ने किया है।

- कर्नल को दे चुका था धमकी

मुन्ना जिस कर्नल के बारे में बात कर रहा है, उनका ट्रांसफर पुणे से मुजफ्फरपुर हो गया था। पुणे में तय की गई डील पुरी नहीं हुई थी। जिस पर रुपए वापस किए जाने को लेकर काफी कचरा भी हुआ। लेकिन रुपए आज तक वापस नहीं हुए। हालांकि सेना भर्ती कार्यालय मुजफ्फरपुर के डायरेक्टर कर्नल बिक्रम सिंह गोधरा ने मुन्ना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा रखा है। आरोप जान से मारने और किडनैप्ड करने की धमकी व रंगदारी मांगने का है।

- ख्0 हजार में मेडिकल व 80 में रिटेन

इस गैंग का साथ आर्मी के दो हवलदार भी दे रहे थे। वर्तमान में दोनों दानापुर कैंट में बतौर कर्लक काम कर रहे हैं। ऐसे तो मुन्ना एक कैंडिडेट से पांच से छह लाख रुपये वसूलता था। गैंग में शामिल राहुल के अनुसार यूपी के अनिल कोतवाल के जरिए से दोनों हवलदार से परिचय हुआ था। जिन्हें एक कैंडिेडट के लिए एक लाख रुपए दिए जाते थे। इसमें मेडिकल टेस्ट में पास कराने के लिए ख्0 हजार और रिटने में पास कराने के लिए 80 हजार रुपये दिए जाते थे। इनकी मानें तो काफी सारे ऐसे लोग हैं जिनकी बहाली सेना में सेटिंग के आधार पर हुई है और दूसरे स्टेट में ड्यूटी कर रहे हैं।

- रकम की वसूली के लिए रखा है एजेंट

सेना में बहाली के दौरान मेडिकल और पेपर लीक कराने के नाम पर कैंडिडेट से मोटी रकम वसूल की जाती है। रकम की वसूली के लिए शातिर मुन्ना ने कई एजेंट बहाल कर रखे थे। जिन्हें ग्रामीण इलाकों और बेरोजगार युवकों के बीच लगाया गया था।

- दूसरे स्टेट में भी फैला है नेटवर्क

मुन्ना ने अपने गैंग का नेटवर्क सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि दूसरे स्टेट में भी फैला रखा था। पुलिस की जांच में जो बात सामने आई है। उसके अनुसार बिहार कर्मचारी चयन आयोग, बिहार पुलिस चालक बहाली, बंगाल पुलिस सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं में सेटिंग के नाम पर ठगी का खेल चल रहा था।

- कैंडिडेट बन कर गई थी पुलिस टीम

पटना के पास शाहपुर इलाके में गैंग के लोग एक्टिव थे। इसकी भनक एसएसपी मनु महाराज को लगी। मामला भारतीय सेना से जुड़ा था। अपनी मॉनिटरिंग में एक स्पेशल टीम बनाई। टीम को सिटी एसपी वेस्ट रविन्द्र कुमार लीड कर रहे थे। साथ ही दानापुर एसडीपीओ और दानापुर व शाहपुर एसएचओ के साथ ही स्पेशल सेल की टीम साथ में थी। टीम में शामिल पुलिस वाले कैंडिडेट बन कर मुन्ना के पास गए थे। काफी कड़ी निगरानी रखने के बाद पुलिस वाले शातिरों को गिरफ्तार कर सके।

- फर्जी निकला एक्स आर्मी मैन

जिस वक्त पुलिस टीम ने सभी को पकड़ा, उनमें से एक सतीश कुमार ने आर्मी की वर्दी पहन रखी थी। खुद को एक्स आर्मी मैन बता पुलिस वालों पर रौब झाड़ने लगा था। उसके पास से एक्स आर्मी मैन का आई कार्ड भी मिला। लेकिन जब पुलिस टीम अपने कड़े रूख पर आई तो सारी सच्चाई उसने उगल दी। फर्जी एक्स आर्मी मैन निकला।

- बरामदगी

क्। भारतीय सेना का फर्जी आई कार्ड

ख्। फ् लाख ब्8 हजार रुपए कैश

फ्। एक स्कॉर्पियो

ब्। एक होंडा सिटी कार

भ्। क्7 एटीएम कार्ड

म्। क्फ् मोबाईल

7. ख् सीमकार्ड

8. एक लाख रुपए का बैंक चेक

9. एडमिट कार्ड और दूसरे डॉक्यूमेंट्स

पूछताछ के दौरान गुरुजी उर्फ अमिताभ सहित कई दूसरे लोगों के नाम भी सामने आएं हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

मनु महाराज, एसएसपी, पटना