- भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सम्मान

- 22 फरवरी को दिल्ली में मिलेगा सम्मान

PATNA : भारतीय संस्कृति और परम्परा को देश विदेश में पहुंचाने में पटना की बेटी ने बिहार का मान बढ़ाया है। मधुबनी की पेंटिंग हो या फिर देश के अन्य प्रदेशों की पहचान वह उसे जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रही है। इसके पीछे बस एक ही सपना देश की परम्परा और संस्कृति को सर्वोपरि रखना। पूजा श्री का ये काम बिहार का नाम कर दिया है और उन्हें राष्ट्रपति के हाथों सम्मान मिलने का अवसर मिला है। भारत सरकार से सूचना मिलने के बाद उनके घर में ही नहीं पटना के लोगों में भी काफी खुशी है।

- भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने को मुहिम

आई नेक्स्ट से विशेष बातचीत में पूजा श्री ने बताया कि वह मूल रूप से मिथिला दरभंगा की निवासी हैं और मौजूदा समय में उनके माता पिता पटना में रह रहे हैं। शिक्षा दीक्षा देहरादून में हुई है। पत्रकारिता से स्नातक करने के बाद वह आगे की पढ़ाई कर रही हैं साथ ही साथ हर समय देश की परम्परा को कई तरह से लोगों को बांटने का काम कर रही हैं। पूजा श्री का कहना है कि बचपन से ही उन्हें देश की संस्कृति और परम्परा से काफी लगाव रहा है। वह कम उम्र से ही इसके लिए काम करना शुरू कर दीं और आज हर दिन तेजी से आगे बढ़ रही हैं।

- देश के कई प्रदेशों में कर चुकी हैं काम

पूजा श्री का कहना है कि देश के हर प्रदेश हर क्षेत्र की अपनी खास पहचान होती है। वह इसे पूरे देश में बांटने का काम कर रही हैं। वह क्9 वर्ष की उम्र में अब तक राजस्थान, हरियाणा, बिहार के साथ अन्य कई प्रदेशों में रैम्प शो के साथ अन्य माध्यमों से भारतीय संस्कृति को लोगों तक पहुंचाने का काम की हैं। इसके अलावा वह बालिका शिक्षा और महिलाओं को समाज में बढ़ावा देने के लिए भी काम करती हैं। वह देश विदेश में जाकर लोगों को भारतीय संस्कृति का प्रेरणा देती हैं।

- ख्ख् फरवरी को दिल्ली में आयोजन

पूजा श्री का कहना है कि वह तो काम करती रहं उन्हें पता भी नहीं कोई सम्मान मिलने वाला है। स्काउट गाइड अर्गनाइजेशन की तरफ से एक पत्र मिला जिसमें भारतीय कल्चर को बढावा देने और इसके प्रचार प्रसार के लिए मुझे बधाई देते वर्ष ख्0क्7 का सम्मान देने की बात लिखी थी। ये सम्मान उन्हें राष्ट्रपति के हाथों मिलना है। वह खुशी से उछल पड़ीं। उनका कहना है कि ये उनके जीवन का काफी खुशी वाला पल है। इससे उनका हौसला बढ़ा है और वह अब और जोर शोर से देश की संस्कृति को बढ़ाने के लिए काम करेंगी।