PATNA : समय बदल रहा है। परिस्थितियां बदल रही हैं। इसलिए हमें खुद को पहचानना होगा। अधिकारों के लिए आगे आना होगा। इसके लिए संगठन की जरूरत होती है। लेकिन यह भूल जाते हैं कि पहले मनुष्य संगठन को बनाता है फिर संगठन मनुष्य को।

ये बातें कहीं आकाशवाणी केंद्र पटना के सहायक निदेशक केके सिन्हा ने। वे आकाशवाणी क्लब परिसर में आयोजित दो दिवसीय ऑल इंडिया आकाशवाणी एंड दूरदर्शन एससी/एसटी इम्पलाईज वेलफेयर एसोसिएशन में बोल रहे थे। दलित, पिछड़े वर्ग के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर आयोजित पहले दिन के कार्यक्रम में कहा कि समाज को बदलने के पहले स्वयं को बदलें। फिर सांगठनिक एकता का विस्तार करें। क्योंकि संगठन अगर विचार बन जाए तो इससे बड़ी बात नहीं हो सकती है।

अधिकार चाहिए लेकिन

मुख्य अतिथि बिहार राज्य अनुसूचित जाति/जनजाति के प्रबंध निदेशक दिवेश सेहरा थे। कहा कि हम सभी अपने अधिकार की बात तो करते हैं लेकिन अधिकार क्या है उसे जानते नहीं। ठीक उसी तरह जैसे बाबा साहब डॉ। भीमराव आंबेडकर को मानते तो हैं लेकिन जानते नहीं हैं। उनके विचारों से सहमत तो होते हैं लेकिन उन पर अमल नहीं करते। हम ब्राहम्णों के खिलाफ खड़े होते हैं लेकिन ब्राहम्णवाद के खिलाफ नहीं।

खुद को करें साबित

आकाशवाणी केंद्र के निदेशक पीके ठाकुर ने कहा कि सामाजिक परिप्रेक्ष्य बदल रहा है। इसलिए हम सभी को भी बदलना होगा। क्योंकि प्रगति एक सतत और निरंतर प्रक्रिया है। यह न कभी रूका है और न ही रूकेगा।

इस गतिशील समाज में खुद को साबित करना होगा कि हम औरों से बेहतर हैं। कार्यक्रम में विज्ञापन प्रसार प्रमुख ज्योति कुमार प्रसाद, राष्ट्रीय महासचिव ओपी गौतम, दूरदर्शन के केंद्राध्यक्ष डीके श्रीवास्तव, कार्यक्रम अधिशासी बीके रजक, शाखा सचिव संजय किशोर प्रसाद, राज्य स्तरीय सचिव युगेश्वर नंदन, कार्यक्रम अधिशासी सियाशरण चौधरी, लक्ष्मी पासवान सहित एमपी, महाराष्ट्र और झारखंड के प्रतिनिधि मौजूद थे।