PATNA : बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) एग्जाम से पहले अपने चहेतों के लिए पैरवी करने वाले सात नेता जी एसआईटी की रडार पर हैं। इनके कॉल डिटेल्स को ाी ांगालने का काम शुरू कर दिया गया है। सोर्स की मानें तो शक के दायरे में आए नेताओं के मोबाइल नंबर को टेक्निकल सर्विलांस के जरिए ांगाला जा रहा है। दरअसल, ये सब तब शुरू हुआ जब विधान सा अध्यक्ष के पीए के मोबाइल से बीएसएससी के पूर्व चेयरमैन सुधीर कुमार को पैरवी के लिए ोजा गया एसएमएस वायरल हुआ। इसके बाद एसआईटी ने सुधीर कुमार के मोबाइल को ांगाला। सोर्स की मानें तो उसमें सात नेताओं के मोबाइल से खोजे गए एसएमएस मिले। उन साभी नंबर्स को अब बांगाला जा रहा है।

एक नेता और एक बड़े अधिकारी से हुई पूछताछ

एसआईटी की जांच तेजी से चल रही है। अंदर की कोई बात बाहर नहीं आने नहीं दी जा रही है और न ही एसआईटी का कोई अधिकारी बोलने को तैयार है। लेकिन सोर्स की मानें तो एक नेता और बीएसएससी के एक बड़े अधिकारी से पूछताछ की गई है। एसआईटी ने पूछताछ की है। सोर्स बताते हैं कि जिस नेताजी से पूछताछ हुई है, उन्होंने भी एग्जाम के दौरान अपने किसी चहेते के लिए पैरवी की थी।

घर एवं ऑफिस की होगी जांच

बीएसएससी पर्चा लीक कांड को लेकर इन दिनों पटना सिटी सिविल कोर्ट में चहल-पहल बढ़ गई है। कारण है कि इस बाबत एसआईटी की ओर से एसीजेएम की कोर्ट में अलग-अलग मामले में आवेदन दिया गया था जिसमें कोर्ट ने आदेश भी जारी कर दिया है। एडवोकेट नवीन कुमार सिन्हा एवं मुकेश मिश्रा ने बताया कि एसआईटी की ओर से चेयरमैन सह आईएएस सुधीर कुमार के झारांड स्थित हजारीबाग के गांधीनगर स्थित आवास और बीएसएससी चेयरमैन, सचिव के ऑफिस की जांच के लिए सर्च वारंट के लिए प्रे किया गया। इस पर सुनवाई करते हुए एसीजेएम याति सिंह ने सर्च वारंट जारी कर दिया। वकील द्वय ने बताया कि एसआईटी ने जेल में बंद नीतिरंजन को रिमांड पर लेने एवं अमनप्रीत सिंह की गिरतारी वारंट के लिए प्रे किया। इस मामले में भी वारंट जारी करने का आदेश दे दिया।

काभी भी किए जा सकते हैं गिरफ्तार

सुधीर कुमार के बाद बीएसएससी में तैनात सीनियर अधिकारी की गिरतारी काी ाी हो सकती है। अधिकारी के उपर पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप है। सोर्स की मानें तो एसआईटी अंदर ही अंदर इसकी तैयारी में जुटी हुई है। इस मामले पर एसआईटी में शामिल पुलिस अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई। लेकिन किसी ने भी कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।