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PATNA : बिहार के स्टूडेंट्स अब आयुर्वेद पद्धति में पैरा मेडिकल की पढ़ाई कर सकेंगे। आयुर्वेद कॉलेज में यह पहली बार होने जा रहा है। नए पांच विषयों में क्0-क्0 सीटों की मांग की गई है। सब कुछ ठीक रहा तो नए सत्र से कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। राजकीय आयुर्वेद कॉलेज प्रबंधन ने पांच विषयों में आयुर्वेद पैरा मेडिकल कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग को एनओसी देने के लिए पत्र लिखा गया। वहां से अनुमति मिलने के बाद आर्यभट्ट ज्ञान महाविद्यालय को कोर्स शुरू करने अनुमति मांगी जाएगी। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि सब कुछ ठीक रहा तो नए सत्र से कोर्स की पढ़ाई कराई जाएगी।

इन विषयों की होगी शुरुआत

कॉलेज में पांच विषयों में पैरा मेडिकल की पढ़ाई की जाएगी। इसमें स्त्री प्रसूति विभाग के तहत आयुर्वेद नर्सिग, रसशास्त्र विभाग के तहत कम्पाउंडर, श्वस्त वृत विभाग के तहत योग, पंचकर्म विभाग के तहत पंचकर्म सहायक और द्रव्यगुण विभाग के तहत मेडिसिन प्लांट कोर्स की पढ़ाई कराई जाएगी। सभी नए विषयों के संबंधित विभाग में नोडल अधिकारी होगा।

हर बैच में क्0-क्0 सीट बढ़ेंगी

कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि नए कोर्स की पढ़ाई को लेकर हर व्यवस्था की ली गई है। विश्वविद्यालय को हर विषय में क्0-क्0 सीट मांगी गई है। ऐसे में स्टूडेंट्स की संख्या में इजाफा हो जाएगा। अगर कुछ सीट कम की अनुमति मिलती है तो उसके बाद भी कोर्स प्रारंभ हो जाएगा।

कॉलेज में पैरा मेडिकल कोर्स शुरू करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर एनओसी मांगा गया है। विश्वविद्यालय को पत्र लिख अनुमति मांगेंगे, जिसके बाद पांच कोर्स की पढ़ाई कराई जाएगी।

- प्रो। दिनेश्वर प्रसाद, प्राचार्य, राजकीय आयुर्वेद कॉलेज, पटना