- रेलवे कैचिंग काम्पलेक्स स्टोर राजेंद्र नगर में तैनात है खलासी

- सुशील मोदी ने पत्रकार वार्ता में लगाया लालू परिवार पर लगाया आरोप

PATNA : पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर लालू परिवार बड़ा आरोप लगाया है। आरोप है कि तेजस्वी की पांचवी बहन हेमा यादव को रेलवे के एक खलासी ने 70 लाख की जमीन दान में दे दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि तेजस्वी यादव के परिवार को दाना देने वालों की संख्या एक दो में नहीं है। उन्होंने कहा है कि इतनी बड़ी सम्पत्ति के दान में पैन नंबर का इस्तेमाल नहीं किया जाना भी बड़ा संदेह है।

- दान देने वाले भी सवालों के घेरे में

भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा तेजस्वी यादव की 5 वीं बहन हेमा यादव को केवल लालू के बी.पी.एल। धारी कर्मचारी ललन चैधरी ने 13 फरवरी 2014 को जमीन दान की उसके बाद रेलवे के Coaching Comple X Store राजेन्द्रनगर पटना में कार्यरत खलासी हृदयानंद चौधरी ने भी अपनी सम्पत्ति दान कर दी है। उन्होंने कहा कि ये सुखद संयोग है कि हेमा यादव को एक ही दिन यानि क्फ् फरवरी ख्0क्ब् को ही ललन चौधरी ने दान दिया और उसी दिन हृदयानंद चौधरी ने भी जमीन दान कर दिया।

- हर तरह से किया गया है खेल

सुशील कुमार मोदी ने कहा कि दान पत्र के पते में भी खेल है। इस पर हेमा यादव का पता राबड़ी यादव का सरकारी आवास क्0 सर्कुलर रोड दर्शाया गया है। सुमो का कहना है कि सब जन्म दिन पर खेल है। लालू प्रसाद को जन्मदिन पर गिफ्ट में दो पुल मिला और तेजस्वी की भ्वीं बहन को बिना जन्म दिन के ही क्फ् फरवरी ख्0क्ब् को एक साथ जमीन का ख्-ख् गिफ्ट मिल गया।

- ये भी लगाया आरोप

- जमीन बेचने वाले बिशुन देव राय ने ललन चौधरी और ब्रजनंदन राय ने हृदयानंद चौधरी को एक ही दिन ख्9 मार्च ख्008 को एक ही मूल्य ब् लाख ख्क् हजार और एक ही रकबा 7.7म् डिसमिल जमीन बेचा।

हृदयानंद चौधरी ने भी स्टाम्प डियूटी के लिए म् लाख ख्8 हजार एक ही दिन ललन चौधरी के साथ नगद एस.बी.आई। मुख्य शाखा में जमा कराया।

- ये कैसी गवाही है

सुशील कुमार मोदी का आरोप है कि ललन चौधरी के दान पत्र पर हृदयानंद चौधरी गवाह है और हृदयानंद चौधरी के दान पत्र में ललन चौधरी गवाह है। ये गवाही ही बड़ा पोल खोल रही है। दान करने वाले तेजस्वी परिवार के कोई रिश्तेदार नहीं हैं फिर भी उसने इतनी कीमती जमीन क्यों दान कर दिया? आरोप है कि लालू प्रसाद ने रेल मंत्री रहते जिनको नौकरी/ठेका या अन्य तरीके से मदद की उनसे सीधे जमीन लिखवा लिया।